मलेशिया को आसियान-भारत व्यापार समझौते की समीक्षा साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद

मलेशिया को आसियान-भारत व्यापार समझौते की समीक्षा साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद

मलेशिया को आसियान-भारत व्यापार समझौते की समीक्षा साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद
Modified Date: March 19, 2025 / 04:05 pm IST
Published Date: March 19, 2025 4:05 pm IST

नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) मलेशिया के निवेश, व्यापार एवं उद्योग उप मंत्री वाई बी ल्यू चिन तोंग ने बुधवार को कहा कि उन्हें 2025 के अंत तक आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते की समीक्षा के पूरा होने की उम्मीद है।

ल्यू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ इस साल मलेशिया आसियान का अध्यक्ष और आसियान-भारत व्यापार समझौते का समन्वयक है। हमें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक व्यापार समझौते की समीक्षा को अंतिम रूप देने की हमारी आकांक्षाएं पूरी होंगी।’’

मलेशिया, आसियान के भीतर भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। उसका 2023-24 के दौरान द्विपक्षीय व्यापार 20.02 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो 10 देशों के इस समूह के साथ भारत के कुल व्यापार का करीब 17 प्रतिशत है।

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उन्होंने इस समझौते को एक ‘‘व्यापक खाके’’ के रूप में वर्णित किया जो 2011 से जारी मौजूदा मलेशिया-भारत आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ा सकता है।

मंत्री ने दोनों देशों के उद्योगों के बीच सहयोग से रक्षा संबंधों को और गहरा बनाने की भी उम्मीद जाहिर की।

ल्यू ने कहा, ‘‘ संपूर्ण उद्योग, साथ ही आईसीटी उद्योग तथा रक्षा कंपनियों की नई पीढ़ी प्रौद्योगिकी पर आधारित हो सकती है। रक्षा प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण है और हम एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने की आशा करते हैं।’’

उन्होंने दोनों देशों से नए विचारों के सह-विकास के अवसरों की पहचान करने तथा आपूर्ति श्रृंखला में अंतराल को दूर करने का आग्रह किया।

मंत्री ने कहा, ‘‘ दुनिया बहुत बदल गई है, खासकर अब (अमेरिका के) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में…हमें विशुद्ध व्यापार से आगे बढ़कर सहयोग, एक-दूसरे के लिए बाजार निर्माण और हर स्तर पर गहरे संबंध बनाने पर ध्यान देना होगा।’’

ल्यू ने व्यवसायिक जगत को राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित करने को विश्वास निर्माण और आपसी समझ की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अधिकतर अन्य देशों से बहुत आगे हैं और हमें उम्मीद है कि एक बार व्यापार-से-व्यापार विश्वास स्थापित हो जाने पर हम भी अग्रणी बन जाएंगे।’’

भाषा निहारिका अजय

अजय


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