मैकडोनाल्ड्स पर 52 अश्वेत पूर्व फ्रेंचाइजी ने दर्ज कराया भेदभाव का मामला
मैकडोनाल्ड्स पर 52 अश्वेत पूर्व फ्रेंचाइजी ने दर्ज कराया भेदभाव का मामला
शिकागो, एक सितंबर (एपी) अमेरिका में जारी ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ (अश्वेतों के जीवन का भी मोल है) अभियान और व्यापक होता जा रहा है। ताजा मामला बर्गर रेस्तरां कंपनी मैकडोनाल्ड्स के खिलाफ भेदभाव को लेकर 52 अश्वेत पूर्व फ्रेंचाइजी के आरोपों से जुड़ा है।
इन सभी का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें कम लाभ वाले रेस्तरां चलाने को दिए। साथ ही उन्हें कंपनी से उस तरह का समर्थन नहीं मिलता था जिस तरह का श्वेत फ्रेंचाइजी लोगों को दया गया था।
ये 52 अश्वेत फ्रेंचाइजी अमेरिका में कुल करीब 200 स्टोर के मालिक थे। इन को पिछले एक दशक में अपने रेस्तरां बेचने पर मजबूर होना पड़ा। इन्होंने वाद दायर कर कंपनी से हर स्टोर के लिए 40 लाख से 50 लाख डॉलर मुआवजे की मांग की है।
यह वाद मंगलवार को शिकागो की संघीय अदालत में दायर किया। मैकडोनाल्ड्स का मुख्यालय यहीं है।
दायर वाद के मुताबिक मैकडोनाल्ड्स ने इन अश्वेत फ्रेंचाइजी को कम बिक्री वाले आंतरिक शहरों के स्टोर दिए। साथ ही इन स्टोर की सुरक्षा और बीमा लागत भी बहुत ऊंची थी।
कंपनी ने उन्हें स्टोर को लेकर भ्रामक वित्तीय जानकारियां दी और उन पर जल्दी स्टोर खरीदने को लेकर निर्णय करने का दबाव बनाया। इतना ही नहीं जैसे कोई अश्वेत फ्रेंचाइजी इनमें से किसी रेस्तरां का मालिक बनता जो उन्हें श्वेत लोगों की तुलना में कम समय में रेस्तरां की दोबारा साजसज्जा करने का वक्त दिया जाता। साथ ही उन्हें कंपनी से किराया माफी या अन्य वित्तीय सहायता भी नहीं दी जाती जैसी कि श्वेत फ्रेंचाइजी को दी जाती थी ।
वादियों का आरोप है कि उन्हें अच्छी जगहों पर ज्यादा लाभ वाले स्टोर का मालिक बनने से भी रोक दिया जाता। इसका परिणाम यह होता कि उनकी सालाना औसत आय करीब 20 लाख डॉलर रहती जबकि अमेरिका में मैकडोनाल्ड्स के एक एक स्टोर की औसत आय 2011 से 2016 के बीच 27 लाख डॉलर और 2019 में 29 लाख डॉलर रही।
वादियों के वकील जेम्स फेराओ ने कहा कि मैकडोनाल्ड्स के रेस्तरां की आय सिर्फ एक ही कारक पर निर्भर करती है और वह है रेस्तरां का स्थान।
फेराओ ने कहा कि पिछले दो दशक में मैकडोनाल्ड्स के अश्वेत फ्रेंचाइजी की संख्या आधी रह गयी। 1998 में जहां 377 अश्वेत फ्रेंचाइजी स्टोर थे, वहीं अब इनकी संख्या 186 रह गयी। जबकि इस दौरान कंपनी के स्टोर की संख्या दोगुनी होकर करीब 36,000 हो गयी।
मैकडोनाल्ड्स का अश्वेत फ्रेंचाइजी के साथ बुरा इतिहास रहा है। 1969 में प्रदर्शनकारियों ने क्लीवलैंड में उसके चार रेस्तरां का बहिष्कार कर दिया था और अंत में कंपनी को उन्हें अश्वेत मालिकों को बेच दिया।
वर्ष 1983 में लॉस एंजिलिस में एक अश्वेत फ्रेंचाइजी ने कंपनी पर भेदभाव का आरोप लगाया और कंपनी को उसे 45 लाख डॉलर का भुगतान करना पड़ा।
एपी शरद मनोहर
मनोहर

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