(MCX Technical Glitch, Image Credit: mcxindia)
MCX Technical Glitch: देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमौडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) में मंगलवार 28 अक्टूबर 2025 को बड़ी तकनीकी परेशानी सामने आई है। इस कारण ट्रेडिंग की शुरुआत में देरी हुई और बाजार तय समय पर नहीं खुल सका। आम तौर पर MCX पर ट्रेडिंग सुबह 9:00 बजे शुरू होती है, लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से एक्सचेंज का समय आगे बढ़ाना पड़ा। पहले यह घोषणा की गई कि ट्रेडिंग सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी, मगर समस्या जारी रहने के कारण बाद में इसे फिर से बदलकर सुबह 10:00 बजे कर दिया गया। लेकिन तब भी सिस्टम चालू नहीं हो सका। नए अपडेट में ये कहा जा रहा है कि 1:20 से 1:24 के बीच स्पेशल सेशन शुरू होगा और नार्मल ट्रेडिंग 1:25 बजे दोपहर से शुरू होगी। लेकिन इस समय तक भी शुरू नहीं हो पायी।
एमसीएक्स की Disaster Recovery (DR) वेबसाइट एक बैकअप सिस्टम है जो मुख्य वेबसाइट या ट्रेडिंग सिस्टम फेल होने पर तुरंत एक्टिव हो जाता है। इसका उद्देश्य ट्रेडिंग में किसी भी तरह की रुकावट को रोकना है। अगर तकनीकी खराबी, सर्वर फेल्योर या साइबर अटैक जैसी स्थिति आती है तो DR साइट स्वतः चालू होकर ट्रेडिंग को निर्बाध जारी रखती है, ताकि निवेशकों को कारोबार में कोई बाधा न पहुंचे।
एमसीएक्स पर यह पहली बार नहीं हुआ कि ट्रेडिंग में तकनीकी समस्या आई हो। जुलाई 2025 में भी एक्सचेंज को इसी तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ा था। उस समय सुबह 9 बजे शुरू होने वाली कमोडिटी ट्रेडिंग तकनीकी कारणों से लगभग एक घंटे से अधिक देरी से चालू हुई थी। बार-बार ऐसी समस्याओं से निवेशकों को असुविधा हुई और एक्सचेंज की विश्वसनीयता पर सवाल उठे।
एक्सचेंज ने तकनीकी गड़बड़ी की वास्तविक वजह का खुलासा नहीं किया। हालांकि, MCX ने पुष्टि की कि ट्रेडिंग DR साइट से चालू की जाएगी। गौरतलब है कि MCX भारत का सबसे बड़ा कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज है, जिसके पास लगभग 98% मार्केट शेयर है। यहां सोना, चांदी, क्रूड ऑयल, धातु और कृषि जिंसों में कारोबार किया जाता है।
मंगलवार की सुबह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में तकनीकी कारणों की वजह से कारोबार में देरी हो रही है। इस समस्या के चलते गोल्ड और सिल्वर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स को फिलहाल रोक दिया गया है। एक्सचेंज की ओर से अभी तक कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। MCX ने अपनी वेबसाइट पर अलर्ट जारी किया है और निवेशकों से हो रही असुविधा के लिए खेद जताया है।
तकनीकी प्रक्रियाओं और फाइल शेयरिंग सिस्टम में बार-बार आने वाली दिक्कतों ने MCX की सिस्टम विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेष रूप से तब, जब यह एक्सचेंज देश की कमोडिटी मार्केट का लगभग पूरा कारोबार नियंत्रित करता है, ऐसी गड़बड़ियां बाजार में निवेशकों के भरोसे को कमजोर कर सकती है।