नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा है कि वैश्विक शासन की जटिलताएं 2024 में नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाएंगी लिहाजा अधिक व्यवधानों और उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
चंद्रशेखरन ने टाटा समूह के कर्मचारियों को भेजे अपने नववर्ष संदेश में समूह के लिए निष्पादन, ग्राहक संतुष्टि और प्रौद्योगिकी को अपनी प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि समूह अगले वर्ष में अपनी रूपांतरकारी सफर पर आगे बढ़ने जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगला दशक उन कंपनियों का होगा जो ग्राहकों को बेहतरीन अनुभव देने में माहिर हैं।
टाटा समूह की मूल कंपनी टाटा संस के प्रमुख ने 2023 को ‘एक अशांत वर्ष’ बताते हुए कहा कि इस साल दुनिया को अस्थिरकारी प्रवृत्तियों की श्रृंखला का सामना करना पड़ा। इसमें बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव से लेकर जेनरेटिव एआई को बड़े पैमाने पर अपनाने से लेकर टिकाऊपन की ओर प्रोत्साहन भी शामिल हैं।
चन्द्रशेखरन ने कहा, ‘‘इनमें से कुछ रुझानों का स्वागत हुआ है जबकि अन्य का बहुत कम स्वागत हुआ है। लेकिन इन सबने हमारी दुनिया को नियंत्रित करने वाले नियमों एवं प्रक्रियाओं को अधिक मुश्किल बना दिया है और इनकी वजह से अनुकूलन का दबाव बढ़ा है।’’
उन्होंने अगले साल अधिक व्यवधान और अस्थिरता के लिए तैयार रहने की सलाह देते हुए कहा, ‘‘वैश्विक शासन की जटिलता नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगी क्योंकि दुनिया डेटा गोपनीयता की रक्षा, मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और एआई जोखिम की धारणाओं के लिए नए नियम खोजेगी।’’
उन्होंने मुश्किल वैश्विक हालात का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमारे समूह का 2023 में सराहनीय प्रदर्शन रहा। सरलीकरण, सामंजस्य, पैमाना, निरंतरता, आपूर्ति श्रृंखला और कृत्रिम मेधा (एआई) के सिद्धांतों पर चलते हुए हमारा रूपांतरण हमारी कंपनियों में अच्छी तरह से आगे बढ़ा है।’’
उन्होंने समूह की कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ और नई गीगाफैक्ट्रीज़ की घोषणा को ‘रोमांचक कदम’ बताते हुए भरोसा जताया कि आने वाले दशकों में इसकी वजह से जुझारू दर से वृद्धि होगी।
इसके साथ ही चंद्रशेखरन ने कहा कि वर्ष 2023 में नवोन्मेषण और प्रगति के लिए समूह की प्रतिबद्धता उसके वित्तीय परिणामों में ही साफ तौर पर नजर आई। उन्होंने कहा, ‘‘टाटा समूह की कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण इस साल 32 प्रतिशत बढ़ गया, जो लगभग 17 प्रतिशत चढ़े सेंसेक्स की वृद्धि दर से लगभग दोगुना था।’’
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