नीति आयोग के सदस्य ने किसानों से एमएसपी के तहत न आने वाली फसलें अपनाने का आग्रह किया

नीति आयोग के सदस्य ने किसानों से एमएसपी के तहत न आने वाली फसलें अपनाने का आग्रह किया

नीति आयोग के सदस्य ने किसानों से एमएसपी के तहत न आने वाली फसलें अपनाने का आग्रह किया
Modified Date: December 9, 2025 / 10:30 pm IST
Published Date: December 9, 2025 10:30 pm IST

नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने मंगलवार को किसानों से आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप आत्मनिर्भरता हासिल करने और एक समग्र खाद्य प्रणाली का समर्थन करने के लिए सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) व्यवस्था के तहत न आने वाली फसलों को अपनाने का आग्रह किया।

यहां ‘रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव एंड अवार्ड्स 2025’ को संबोधित करते हुए, चंद ने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि सरकारी समर्थन कृषि विकास में भूमिका निभाता है, लेकिन सच्ची आत्मनिर्भरता तब आएगी जब किसान खुद फसल के चुनाव और खेती के तरीकों में पहल करेंगे।

एक प्रेस बयान में कहा गया है कि उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक में, एमएसपी से जुड़ी फसलों में 1.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है, जबकि एमएसपी के बिना फसलों में लगभग चार प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

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उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में देश की कृषि वृद्धि औसतन 4.6 प्रतिशत रही है, लेकिन घरेलू मांग सिर्फ दो प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में, अतिरिक्त उत्पादन का क्या किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि देश में मजबूत क्रय शक्ति वाला एक धनी वर्ग बढ़ रहा है, और किसान इस मांग को पूरा करने वाली फसलों की खेती करके काफी अधिक कमा सकते हैं। इसके लिए पूरी मूल्य श्रृंखला विकसित करने की आवश्यकता होगी।

भाषा राजेश राजेश पाण्डेय

पाण्डेय


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