AI Grok: गाली देना अब ग्रोक को पड़ेगा महंगा! एक्शन की तैयारी में सरकार, शुरू हुई जांच

गाली देना अब ग्रोक को पड़ेगा महंगा! एक्शन की तैयारी में सरकार, शुरू हुई जांच, Now abusing Grok will cost dearly! Government is preparing to take action

AI Grok: गाली देना अब ग्रोक को पड़ेगा महंगा! एक्शन की तैयारी में सरकार, शुरू हुई जांच
Modified Date: March 20, 2025 / 03:18 pm IST
Published Date: March 20, 2025 9:24 am IST

नई दिल्लीः AI Grok:  सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के एआई चैटबॉट ‘ग्रोक’ की तरफ से दिए जाने वाले जवाबों में हिंदी अपशब्दों का भी इस्तेमाल करने की घटना की सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय जांच करेगा। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ग्रोक के स्तर पर अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के संपर्क में है।

Read More : Latest News Today and Live Updates 20 March: प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस का एक्शन, MP-CG बजट सत्र की कार्यवाही, नागपुर के 10 इलाके में आज भी कर्फ्यू, पढ़ें दुनियाभर की खबरें 

AI Grok:  सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय इस मामले और उन कारकों की जांच करेगा जिनकी वजह से चैटबॉट ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया। सूत्रों ने कहा, ‘‘हम संपर्क में हैं, हम उनसे (एक्स) बात कर रहे हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और क्या मुद्दे हैं। वे हमसे संवाद कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि आईटी मंत्रालय इस मामले की जांच भी कर रहा है।

 ⁠

Read More : Meerut Saurabh Murder Case: मेरठ सौरभ हत्याकांड में बड़ा खुलासा! आरोपियों ने उगले सारे राज, मुस्कान की मां ने कहा- ‘मेरा दामाद हीरा-बेटी को फांसी दो’

एलन मस्क के स्वामित्व वाले मंच एक्स पर पेश होने के बाद शक्तिशाली एआई चैटबॉट ग्रोक ने हाल ही में अपने तीखे अंदाज से चौंका दिया। इसने उपयोगकर्ताओं के उकसाए जाने पर हिंदी में अपशब्दों से भरी भाषा का भी इस्तेमाल किया। इसकी बेलौस प्रतिक्रियाओं ने उपयोगकर्ताओं को भ्रमित कर दिया और सोशल मीडिया पर एआई के भविष्य को लेकर नई बहस शुरू हो गई।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।