Edible oil Price: सोयाबीन और मूंगफली समेत इन तेलों में आई भारी गिरावट..! तुरंत चेक करें ताजा रेट

Oil price hike: बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 1.75 प्रतिशत की गिरावट है जबकि शिकॉगो एक्सचेंज कल रात 2.25 प्रतिशत टूटा था और फिलहाल इसमें आधा प्रतिशत का सुधार है।

  •  
  • Publish Date - January 11, 2023 / 07:26 PM IST,
    Updated On - January 11, 2023 / 07:33 PM IST

Oil and oilseed prices fall, soyabean prices at previous levels

Oil price hike : नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को लगभग सभी खाद्य तेल-तिलहनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। वहीं ‘शॉर्ट सप्लाई’ के कारण सोयाबीन डीगम तेल के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे। बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 1.75 प्रतिशत की गिरावट है जबकि शिकॉगो एक्सचेंज कल रात 2.25 प्रतिशत टूटा था और फिलहाल इसमें आधा प्रतिशत का सुधार है।

इस शहर में 10 फरवरी तक धारा 144 लागू, इन चीजों पर लगाई गई पाबंदी, इस वजह से लिया गया फैसला

तेल उद्योग के लिए स्थिति काफी खराब

Oil price hike : सूत्रों ने कहा कि मौजूदा स्थिति तेल उद्योग के लिए काफी खराब है। आयातकों के बाद अब छोटी तेल मिलों की हालत खराब हो रही है। इनके पास किसान नीचे भाव में अपना माल ला ही नहीं रहे। हालांकि, मौजूदा बाजार भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक है पर किसानों को इससे पहले कहीं बेहतर कीमत मिलने के बाद वे उससे कम कीमत पर बेचने से कोताही कर रहे हैं। दूसरी ओर कोटा प्रणाली के तहत शुल्कमुक्त आयातित तेलों की कम कीमतों ने देशी तेल-तिलहनों पर इस कदर दबाव बना रखा है कि किसानों को सोयाबीन के बाद आगामी सरसों फसल खपाने की चिंता बढ़ती जा रही है। सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि तेल उद्योग की इस बुरी हालत के बारे में न तो कोई तेल संगठन न ही मीडिया- कोई खोज खबर नहीं ले रहा है।

पूरी तरह ठप्प हुई विमान सेवा, इस वजह से हजारों उड़ानें रद्द, एयरपोर्ट पर लगी भारी भीड़

तेलों के दाम आधे से भी ज्यादा कम

Oil price hike : आयातित तेलों के दाम आधे से भी ज्यादा कम हो गये हैं पर अधिकतम खुदरा मूल्य  के कारण ग्राहकों को इस गिरावट का लाभ भी नहीं मिल रहा है। खासकर तेल संगठनों को इस स्थिति के बारे में सरकार को अपनी राय देनी चाहिये। सरकार को भी इस पर विचार करना चाहिये कि खल और दूध के दाम क्यों महंगे हो रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि कोटा प्रणाली के कारण कम आपूर्ति की वजह से सोयाबीन डीगम के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे।

Oil price hike: बुधवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे

सरसों तिलहन – 6,685-6,735 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,675-6,735 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,780 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,490-2,755 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,030-2,160 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,090-2,215 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,250 रुपये प्रति क्विंटल।

होटल में ऐसा काम कर रहे थे आत्मानंद स्कूल के छात्र, पता चलते ही प्राचार्य ने 104 बच्चों पर की ये कार्रवाई

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,650 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,450 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,800 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,100 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 9,100 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 5,600-5,700 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 5,345-5,365 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,010 रुपये प्रति क्विंटल।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें