विदेशों में तेजी के बावजूद मांग कमजोर रहने से तेल तिलहन कीमतों में गिरावट |

विदेशों में तेजी के बावजूद मांग कमजोर रहने से तेल तिलहन कीमतों में गिरावट

विदेशों में तेजी के बावजूद मांग कमजोर रहने से तेल तिलहन कीमतों में गिरावट

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:36 PM IST, Published Date : September 21, 2021/7:34 pm IST

नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) विदेशी बाजारों में आई तेजी के बावजूद स्थानीय मांग कमजोर रहने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में मंगलवार को सरसों तेल तिलहन को छोड़कर सोयाबीन, मूंगफली, बिनौला, कच्चा पॉम तेल और पामोलीन तेल कीमतों सहित लगभग सभी तेल तिलहनों में गिरावट रही।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में आधा प्रतिशत और शिकागो एक्सचेंज में फिलहाल लगभग आधा प्रतिशत की तेजी के बावजूद स्थानीय मांग कमजोर रहने से इन तेल तिलहन कीमतों में गिरावट का रुख कायम हो गया और भाव हानि दर्शाते बंद हुए।

उन्होंने कहा कि त्यौहारी मांग बढ़ने और मंडियों में आपूर्ति की कमी के बीच सलोनी, आगरा और कोटा में सरसों दाना के भाव 9,200 रुपये से बढ़ाकर 9,300 रुपये क्विन्टल कर दिये गये। इस वृद्धि से सरसों तेल तिलहन कीमतों में मजबूती रही। वहीं नागौर में रिश्ता ब्रांड बिनौला रिफाइंड तेल का भाव 2,430 रुपये से घटकर 2,400 रुपये क्विंटल रह गया।

सूत्रों ने कहा कि सरसों की अगली फसल 15 फरवरी के आसपास मंडियों में आने की संभावना है। इस वक्त सरसों पेराई से निकला तेल हरा होता है और इसकी मांग कम रहती है। ऐसे में सरसों के पुराने दाने की मांग अचानक बढ़ती है। इस वस्तुस्थिति को ध्यान में रखते हुए सरसों बुवाई के साथ साथ नयी फसल के समय पुराने दाने की मांग बढ़ने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लातूर में सोमवार को सोयाबीन की 30 हजार बोरी की आवक हुई जो मंगलवार को घटकर लगभग 10 हजार बोरी रह गई है। सोयाबीन तेल रहित खल (डीओसी) की मांग बढ़ने से सोयाबीन तिलहन कीमतें अपरिवर्तित रहीं। उन्होंने कहा कि सोयाबीन की नयी फसल भी मंडियों में आ चुकी है जिसके बाद सोयाबीन के दाम झटके के साथ नीचे आ गये। अचानक भाव टूटने से सोयाबीन किसानों को झटका लगा है क्योंकि उन्होंने महंगे दामों पर सोयाबीन बीज की खरीद की थी।

सूत्रों ने कहा कि विदेशों में तेज होने के आवजूद ऊंचे दाम पर मांग कमजोर होने से कच्चा पामतेल और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई वहीं ऊंचे भाव पर मांग कमजोर होने से मूंगफली तेल तिलहन और बिनौला तेल कीमत में गिरावट आई।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 8,725 – 8,775 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली – 6,775 – 6,920 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,600 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,390 – 2,520 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 17,700 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,670 -2,720 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,755 – 2,865 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,500 – 18,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,200 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,900 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,700 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,300 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,700 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,880 रुपये।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,840 (बिना जीएसटी के)

सोयाबीन दाना 5,900 – 6,200, सोयाबीन लूज 5,500 – 5,700 रुपये

मक्का खल (सरिस्का) 3,800 रुपये

भाषा राजेश राजेश महाबीर

महाबीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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