चालू खरीफ सत्र में अबतक धान बुवाई का रकबा 4.95 प्रतिशत घटकर 393.79 लाख हेक्टेयर पर
चालू खरीफ सत्र में अबतक धान बुवाई का रकबा 4.95 प्रतिशत घटकर 393.79 लाख हेक्टेयर पर
नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) कुछ राज्यों में बारिश कम होने के कारण चालू खरीफ सत्र में अबतक धान फसल का रकबा 4.95 प्रतिशत घटकर 393.79 लाख हेक्टेयर रह गया है। कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।
एक साल पहले की समान अवधि में धान की बुवाई 414.31 लाख हेक्टेयर में की गई थी।
धान मुख्य खरीफ फसल है और इसकी बुवाई जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है और अक्टूबर से कटाई की जाती है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ”पिछले साल के 414.31 लाख हेक्टेयर के मुकाबले धान का रकबा करीब 393.79 लाख हेक्टेयर है। इस तरह पिछले साल के मुकाबले रकबा करीब 20.52 लाख हेक्टेयर कम है।” ये आंकड़े नौ सितंबर तक की स्थिति बताते हैं।
इस दौरान तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में धान का रकबा बढ़ा है। हालांकि, मुख्य धान उत्पादक क्षेत्रों झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, आंध्र प्रदेश में रकबा घटा है।
धान के अलावा चालू खरीफ सत्र में अबतक 130.91 लाख हेक्टेयर के साथ दलहन की बुवाई में मामूली गिरावट आई है। एक साल पहले की समान अवधि में यह रकबा 136.57 लाख हेक्टेयर था।
तिलहन बुवाई का रकबा भी पिछड़ रहा है क्योंकि चालू खरीफ सत्र में नौ सितंबर तक 189.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी बुवाई हुई थी। एक साल पहले की समान अवधि में यह रकबा 190.92 लाख हेक्टेयर था।
हालांकि, मोटे एवं पोषक अनाज के मामले में, बुवाई बढ़कर 180.44 लाख हेक्टेयर हो गयी, जो पिछले साल की समान अवधि में 172.71 लाख हेक्टेयर थी।
नकदी फसलों में कपास का रकबा बढ़कर 126.66 लाख हेक्टेयर पर है और गन्ने का रकबा एक साल पहले की समान अवधि तुलना में थोड़ा बढ़कर 55.65 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक रहा।
सभी खरीफ फसलों का कुल रकबा नौ सितंबर तक 1,084.15 लाख हेक्टेयर रहा, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,094.17 लाख हेक्टेयर था।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण

Facebook



