पीएफआरडीए की सुनिश्चित प्रतिफल वाली योजना को जल्द दिया जाएगा अंतिम रूपः चेयरमैन
पीएफआरडीए की सुनिश्चित प्रतिफल वाली योजना को जल्द दिया जाएगा अंतिम रूपः चेयरमैन
नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) पीएफआरडीए एनपीएस व्यवस्था के तहत सुनिश्चित प्रतिफल देने वाली एक निवेश योजना को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। इस योजना में एक निश्चित न्यूनतम प्रतिफल की पेशकश करने का विकल्प होगा।
पेंशन निधि नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के चेयरमैन सुप्रतिम बंद्योपाध्याय ने कहा है कि प्राधिकरण चालू महीने के अंत तक इस निवेश योजना को अंतिम रूप दे सकता है लेकिन इसकी पेशकश में अभी कुछ और महीने लग सकते हैं।
बंद्योपाध्याय ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने पेंशन फंड प्रबंधकों, ईवाई टीम, हमारी विशेषज्ञ समिति के सदस्यों के साथ दो-तीन दौर की चर्चा की है। हमने उत्पाद को थोड़ा आकार दिया है, अंतिम आकार के सितंबर के अंत तक दिया जाएगा। पेशकश में कुछ समय लगेगा, क्योंकि इसके लिए प्रणाली से संबंधित बहुत सारे बदलाव की जरूरत है। दरअसल यह एक पूरी तरह से नयी योजना है।’’
इस निवेश योजना का उद्देश्य निवेशकों को न्यूनतम गारंटी के साथ प्रतिफल देना है। हालांकि नियामक ने अभी इस बात पर फैसला नहीं किया है कि यह न्यूनतम गारंटी कितनी होगी।
बंद्योपाध्याय ने कहा, ‘‘हम उस विकल्प को खुला रख रहे हैं। यह या तो एक खास प्रतिशत का निश्चित प्रतिफल हो सकता है या यह वास्तविक समय में किसी मानक से जुड़ा हो सकता है। मसलन, एक साल का ट्रेजरी बिल या इसी तरह का कुछ मानक। इसलिए दोनों ही विकल्प खुले हुए हैं।’’
पीएफआरडीए ने 13 साल की अवधि में पेंशन योजनाओं के निवेश पर औसतन 10 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है।
बंद्योपाध्याय ने कहा कि सुनिश्चित प्रतिफल वाली निवेश योजना की संरचना सितंबर के अंत तक काफी हद तक तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण चालू वित्त वर्ष में योजना को लाने की कोशिश करेगा।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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