यूपीएससी के चयनित नहीं हो सके उम्मीदवारों के लिए ‘प्रतिभा सेतु’ ने खोले निजी क्षेत्र के द्वार

यूपीएससी के चयनित नहीं हो सके उम्मीदवारों के लिए 'प्रतिभा सेतु' ने खोले निजी क्षेत्र के द्वार

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  • Publish Date - July 22, 2025 / 08:10 PM IST,
    Updated On - July 22, 2025 / 08:10 PM IST

नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) निजी क्षेत्र के कई संगठनों ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से उन उम्मीदवारों के समूह तक पहुंचने के लिए संपर्क करना शुरू किया है, जिन्होंने भर्ती परीक्षा दी थी, लेकिन चयनित नहीं हुए थे।

एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। ‘प्रतिभा सेतु’ पहल के जरिये इन उम्मीदवारों को वैकल्पिक नौकरी के अवसर दिए जा रहे हैं।

प्रतिभा (व्यावसायिक संसाधन और प्रतिभा एकीकरण) सेतु (उम्मीदवारों की भर्ती के लिए सेतु) की मदद से सत्यापित संगठन विभिन्न यूपीएससी परीक्षाओं, जिनमें सिविल सेवा, इंजीनियरिंग सेवा और संयुक्त चिकित्सा सेवा शामिल हैं, के गैर-चयनित उम्मीदवारों के डेटा को हासिल कर सकते हैं। इसमें उन्हीं उम्मीदवारों की जानकारी दी जाती है, जो इस पहल के जरिये रोजगार के अवसर पाने के इच्छुक होते हैं।

बयान में कहा गया, ‘‘निजी क्षेत्र के कई संगठनों ने उन उम्मीदवारों तक पहुंचने के लिए आयोग से संपर्क करना शुरू कर दिया है, जिन्होंने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार चरण पास कर लिए थे, लेकिन आखिर में चयनित नहीं हो पाए।’’

आयोग ने बयान में कहा कि इस पहल में 113 संगठन पहले ही शामिल हो चुके हैं और कई अन्य संगठन भी इसमें रुचि दिखा रहे हैं, क्योंकि यह एक भरोसेमंद मानव संसाधन स्रोत है।

केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने सिविल सेवा उम्मीदवारों के लिए वैकल्पिक नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने को यूपीएससी की प्रतिभा सेतु पहल की सराहना की है।

इससे पहले उन्होंने यूपीएससी के नवनियुक्त चेयरमैन अजय कुमार के साथ एक बैठक की। अजय कुमार ने उन्हें सरकारी और निजी, दोनों क्षेत्रों के नियोक्ताओं के बीच इस मंच के बढ़ते आकर्षण के बारे में जानकारी दी।

इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, नौसेना अकादमी और चुनिंदा विभागीय प्रतियोगिताओं जैसी परीक्षाएं शामिल नहीं हैं, लेकिन कठोर मूल्यांकन प्रक्रियाओं के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को इसमें शामिल किया गया है।

बयान में कहा गया कि यूपीएससी नहीं चुनी जा सकी प्रतिभाओं को उन संस्थानों से जोड़ने में मदद कर रहा है, जो उन्हें महत्व देते हैं।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय