कामकाज सुस्त रहने से अधिकांश तेल-तिलहन के दाम स्थिर

कामकाज सुस्त रहने से अधिकांश तेल-तिलहन के दाम स्थिर

कामकाज सुस्त रहने से अधिकांश तेल-तिलहन के दाम स्थिर
Modified Date: December 31, 2025 / 09:32 pm IST
Published Date: December 31, 2025 9:32 pm IST

नयी दिल्ली, 31 दिसंबर (भाषा) वर्ष 2025 के अंतिम दिन बाजार में कामकाज सुस्त रहने के कारण स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को अधिकांश तेल-तिलहन के दाम स्थिर रहे। इसके अलावा, बड़ी कच्ची घानी वाले मिलों की मांग से सरसों तेल-तिलहन और मांग बढ़ने से सोयाबीन तेल में सुधार रहा वहीं कमजोर मांग के कारण बिनौला तेल में मामूली गिरावट देखी गई।

मूंगफली तेल-तिलहन, सोयाबीन तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल के स्थिर बने रहे।

दोपहर साढ़े तीन बजे मलेशिया एक्सचेंज गिरावट के साथ बंद हुआ। जबकि शिकागो एक्सचेंज में घट-बढ़ जारी है। शिकागो एक्सचेंज में मंगलवार रात सुधार था।

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बाजार सूत्रों ने कहा कि सरसों प्लांट वालों द्वारा सरसों के दाम बढ़ाने की वजह से सरसों तेल-तिलहन कीमतों में सुधार है। हालांकि यह सुधार तात्कालिक है क्योंकि आगे नयी फसल के बाजार में आने की तैयारी है। आयातित तेलों से सरसों तेल का दाम 15-18 रुपये किलो अधिक है और जब तक इसका दाम सोयाबीन के बराबर नहीं होगा, इसका खप पाना मुश्किल ही है।

सस्ता बैठने और आवक कमजोर रहने के बीच जाड़े की मांग के कारण सोयाबीन तेल कीमतों में भी सुधार आया। सस्ता होने और जाड़े के मौसम में पाम-पामोलीन की मांग कुछ कमजोर पड़ने के मद्देनजर 15 जनवरी से शादी विवाह के मौसम के लिए सोयाबीन तेल की मांग बढ़ने की उम्मीद है। वैसे सोयाबीन तेल का आयात घटने के कारण भी कीमतों में सुधार आया है।

सूत्रों ने कहा कि समीक्षकों को अन्य बातों के अलावा इस बात की भी समीक्षा करनी चाहिये कि आयातकों द्वारा आयात की लागत से जो 2-3 प्रतिशत नीचे दाम पर सोयाबीन डीगम को बेचा जा रहा है, उससे देश के तेल-तिलहन उद्योग पर क्या संकट आ सकता है और अंतत: किसके धन की हानि होने वाली है। बाकी तेल-तिलहन के दाम पर इस लागत से नीचे दाम की बिकवाली का क्या नकारात्मक असर हो रहा है और कौन इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं? इससे निपटने के क्या रास्ते हो सकते हैं?

दूसरी ओर, सुस्त कामकाज के बीच बिनौला तेल कीमत में मामूली गिरावट देखी गई।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,925-6,975 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,550-6,925 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,750 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,520-2,820 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 14,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,400-2,500 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,400-2,545 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,600 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,375 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,400 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,200 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,125 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 12,125 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,900-4,950 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,600-4,650 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण


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