मुंबई, 17 अगस्त (भाषा) देश में निजी इक्विटी (पीई) और उद्यम पूंजी (वीसी) कोषों का निवेश जुलाई में पांच प्रतिशत घटकर 3.9 अरब डॉलर रहा है। बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई में पीई और वीसी निवेश कुल 59 सौदों के जरिये आया है।
उद्योग के लिए जनसंपर्क का काम करने वाली आईवीसीए और सलाहकार कंपनी ईवी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल के जुलाई माह की तुलना में पीई और वीसी निवेश घटा है। उस समय यह आंकड़ा 4.1 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, यह इस साल के जून की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक रहा है।
सालाना आधार पर पीई और वीसी निवेश के सौदों की संख्या जुलाई में 26 प्रतिशत घटकर 59 रह गई है, जबकि मासिक आधार पर इसमें 20 प्रतिशत गिरावट आई।
ईवाई के भागीदार विवेक सोनी ने कहा कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश के लिए भारत में धारणा ‘कमजोर’ बनी हुई है। इसके अलावा स्टार्टअप इकाइयों द्वारा कोष जुटाने में भी ‘सुस्ती’ आई है।
उन्होंने कहा कि सौदों की संख्या में 2023 की दूसरी छमाही में तेजी आ सकती है। सोनी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में इसका महत्व बढ़ रहा है।
मूल्य के लिहाज से पांच अधिग्रहण सौदे 2.5 अरब डॉलर के रहे हैं। पिछले साल के समान महीने में इतने ही सौदों में यह आंकड़ा 1.6 अरब डॉलर का रहा था।
स्टार्टअप में निवेश में बड़ी गिरावट आई है। जुलाई में 37 सौदों में स्टार्टअप कंपनियों को 55.3 करोड़ डॉलर का निवेश मिला। एक साल पहले समान महीने में 55 सौदों में 82.1 अरब डॉलर का निवेश आया था।
क्षेत्रों की बात की जाए, तो औद्योगिक उत्पाद क्षेत्र 1.6 अरब डॉलर के निवेश के साथ शीर्ष पर रहा। उसके बाद 90.1 करोड़ डॉलर के साथ स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का स्थान रहा।
भाषा अजय अजय अनुराग
अजय