निजी क्षेत्र को अपने श्रमबल को कुशल बनाना चाहिए : मुख्य आर्थिक सलाहकार

निजी क्षेत्र को अपने श्रमबल को कुशल बनाना चाहिए : मुख्य आर्थिक सलाहकार

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  • Publish Date - March 25, 2021 / 04:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:25 PM IST

नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के वी सुब्रमण्यम ने कहा है कि भारत में निवेश का माहौल अच्छा चल रहा है और निजी क्षेत्र को अपने कारोबार के हित में श्रमबल को कुशल बनाने पर ध्यान देना चाहिए।

सुब्रमण्यम ने बृहस्पतिवार को टाइम्स नेटवर्क के भारत आर्थिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें श्रमबल की मांग और आपूर्ति को लेकर किसी तरह की मुश्किल नहीं दिखती है।

सुब्रमण्यम ने आगे कहा कि रोजगार सृजन उस चक्र का हिस्सा है जो देश में निजी निवेश के प्रवाह से शुरू होता है। इससे उत्पादन, वृद्धि, रोजगार सृजन होता और कुल मांग बढ़ती है जिससे देश की अर्थव्यवस्था में और निवेश आता है।

सीईए ने कहा, ‘‘भारत में निवेश माहौल अच्छा है। और चीजें भी होंगी। कुछ अंतर के साथ। निजी क्षेत्र को यह पहचानने की जरूरत है कि श्रमबल को कुशल बनाना उनके खुद के कारोबार के हित में है। इससे भारत में कौशल का औसत स्तर सुधरेगा।’’

सुब्रमण्यम ने कहा कि जहां तक कौशल का सवाल है, उन्हें श्रमबल की मांग और आपूर्ति को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं दिखती है।

उन्होंने कहा कि आर्थिक सुधार देश की छोटी कंपनियों को ध्यान में रखकर किए गए हैं। ‘इन कंपनियों का आकार और उम्र बढ़ती है, लेकिन ये रोजगार पैदा नहीं करती।’’

सुब्रमण्यम ने कहा कि वृद्धि और रोजगार सृजन के लिए कोई छोटा रास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा जोर अर्थव्यवस्था के प्राथमिक और द्वितीयक क्षेत्र पर है। रोजगार सृजन की दृष्टि से द्वितीयक क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि आज देश में विनिर्माण क्षेत्र में उल्लेखनीय रूप से रोजगार बढ़ाने की जरूरत है।

इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कान्त ने कहा कि यदि भारत रोजगार पैदा करना चाहता है और अपने जनांकिक लाभ को आगे बढ़ाना चाहता है, तो उसके लगातार वर्षों तक ऊंची वृद्धि हासिल करनी होगी।

भाषा अजय अजय मनोहर

मनोहर