आत्मनिर्भर भारत : नीति आयोग के सीईओ ने कहा- वाहन,कलपुर्जा उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना हो रही तैयार

आत्मनिर्भर भारत : नीति आयोग के सीईओ ने कहा- वाहन,कलपुर्जा उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना हो रही तैयार

आत्मनिर्भर भारत : नीति आयोग के सीईओ ने कहा- वाहन,कलपुर्जा उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना हो रही तैयार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:36 pm IST
Published Date: September 5, 2020 10:58 am IST

मुंबई, 5 सितंबर (भाषा) नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने शनिवार को कहा कि वाहन और वाहन-कलपुर्जा बनाने वाले उद्योगों के लिए उत्पादन- से -जुड़ी- प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के निर्माण की दिशा में काफी बुनियादी काम किए जा चुके हैं। वह वाहन कलपुर्जा विनिर्माताओं के संघ (एक्मा) की 60वीं वार्षिक बैठक को संबोधित कर रहे थे। 

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दिल्ली में आयोजित इस सम्मेलन में कांत ने यह भी कहा कि वाहन स्क्रैप नीति (वाहन तोड़ने की नीति) पर अंतर-मंत्रालयीय चर्चा में ‘भी काफी प्रगति हो चुकी है। इस नीति का उद्देश्य एक अवधि से अधिक पुराने वाहनों को तोड़ने की ऐसी व्यवस्था करना है जहां वाहन मालिक को कुछ प्रोत्साहन दिए जाने का प्रावधान हो।

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कांत ने कहा कि पीएलआई के लिए नीति आयोग जमीनी स्तर के बहुत से काम कर चुका है। भारी वाहन मंत्रालय इस बारे में उद्योग जगत से बातचीत कर चुका है। हमें इस नीति को पूरे जोर-शोर से लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि वाहन तोड़ने की नीति के निर्धारण के लिए अंतर-मंत्रालयीय संवाद भी बहुत आगे पहुंच चुका है।

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उन्होंने कलपुर्जे बनाने वाले घरेलू विनिर्माताओं को आत्मनिर्भर भारत का बड़ा उदाहरण बताया। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा संकट से भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से उबरने जा रही है। हालत में सुधार की दिशा अंग्रेजी वर्णमाला के वी अक्षर जैसी होगी, जिसका अभिप्राय है कि जिस गति से गिरावट रही, तेजी भी उसकी गति के करीब होगी।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com