मौजूदा हालात में नीतिगत दर में कटौती का औचित्य भ्रामक: एमपीसी बैठक में आरबीआई गवर्नर

मौजूदा हालात में नीतिगत दर में कटौती का औचित्य भ्रामक: एमपीसी बैठक में आरबीआई गवर्नर

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  • Publish Date - August 22, 2024 / 08:07 PM IST,
    Updated On - August 22, 2024 / 08:07 PM IST

मुंबई, 22 अगस्त (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकान्त दास का मानना है कि 6.5 प्रतिशत की मौजूदा नीतिगत दर मोटे तौर पर संतुलित है और इस मोड़ पर नीति में ढील देने का कोई भी औचित्य भ्रामक हो सकता है।

उन्होंने इस महीने की शुरुआत में मौदिक्र नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में यह बात कही थी।

एमपीसी में रेपो दर पर मतदान के दौरान दो सदस्यों ने दर में कटौती की वकालत की थी।

नीतिगत दर पर निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई एमपीसी की पिछली बैठक छह से आठ अगस्त के बीच आयोजित की गई थी। इस दौरान आरबीआई ने लगातार नौवीं बार रेपो दर को अपरिवर्तित रखने की घोषणा की।

रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को एमपीसी की इस बैठक के ब्योरे जारी किए।

इसके मुताबिक, मई 2022 से नीतिगत रेपो दर में 2.50 प्रतिशत की वृद्धि और उसके बाद समायोजन वापस लेने के रुख में बदलाव ने 2022-23 में धीरे-धीरे मुद्रास्फीति को कम करने में मदद की है।

दास ने कहा था, ‘वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 4.5 प्रतिशत प्रमुख मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान के साथ, वर्तमान नीतिगत रेपो दर मोटे तौर पर संतुलन में है और घरेलू आर्थिक गतिविधि के महंगे असर से बचाती है।’

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जब लक्ष्य की दिशा में टिकाऊ मुद्रास्फीति प्रगति पर है, तो संतुलन-तटस्थ ब्याज दर का मुद्दा समय से पहले है।

दास ने कहा, ‘वास्तविक दुनिया में नीति निर्माण एक अमूर्त, सैद्धांतिक और मॉडल-विशिष्ट निर्माण पर आधारित नहीं हो सकता है। इसलिए, तथाकथित उच्च वास्तविक दरों के आधार पर नीति में ढील देने का कोई भी औचित्य भ्रामक हो सकता है।’

उन्होंने यह भी कहा कि मुद्रास्फीति धीरे-धीरे कम हो रही है, लेकिन इसकी रफ्तार धीमी और असमान है। खुदरा मुद्रास्फीति का चार प्रतिशत के लक्ष्य के साथ स्थायी तालमेल अभी भी कुछ दूर है।

हालांकि एमपीसी के दो सदस्यों- आशिमा गोयल और जयंत आर वर्मा ने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत अंकों की कटौती की वकालत की थी। लेकिन समिति के तीसरे बाहरी सदस्य शशांक भिडे ने अन्य तीन सदस्यों के साथ यथास्थिति के लिए मतदान किया था।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

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