आयात शुल्क घटाये जाने से तेल-तिलहनों के दाम टूटे, सरसों तेल में सुधार |

आयात शुल्क घटाये जाने से तेल-तिलहनों के दाम टूटे, सरसों तेल में सुधार

आयात शुल्क घटाये जाने से तेल-तिलहनों के दाम टूटे, सरसों तेल में सुधार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : October 14, 2021/6:24 pm IST

नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) खाद्य तेल की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए सरकार द्वारा आयात शुल्क कम करने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बृहस्पतिवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव में गिरावट देखी गई। जबकि सरसों की किल्लत के बीच त्योहारी मांग के कारण केवल सरसों तेल के भाव में सुधार दिखा।

बाजार सूत्रों ने कहा कि आयात शुल्क कम किये जाने से स्थानीय तेल- तिलहनों के भाव तो टूटे हैं। इससे सरकार ने बाकी तेलों की तेजी रोकने में सफलता पाई है मगर सरसों में तेजी बरकरार है। किसान अपने पास बचे स्टॉक को बहुत सीमित मात्रा में मंडियों में ला रहे हैं। त्योहारी मांग है और अगली फसल आने में लगभग पांच माह की देर है जो मार्च में आने की संभावना जताई जा रही है।

उन्होंने कहा कि भविष्य में, पिछले ही साल की तरह सरकार को सरसों की खरीद कर कम से कम 5-10 लाख टन का अनिवार्य स्टॉक रखना चाहिये क्योंकि सरसों का कोई विकल्प नहीं है।

सूत्रों ने बताया कि एक बड़ी कंपनी हरियाणा से सरसों की खरीद कर रही है लेकिन उन्हें सरसों की किल्लत की वजह से माल नहीं मिल रहा है।

मलेशिया एक्सचेंज में नरमी का रुख है जबकि बुधवार रात शिकागो एक्सचेंज में लगभग चार प्रतिशत की तेजी थी।

सूत्रों ने कहा कि शुल्क घटाये जाने के बाद नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते होने वाला आयात अपने आप रुक गया है क्योंकि शुल्क घटकर लगभग पांच प्रतिशत रह गया है जबकि उक्त रास्ते से लाने में लगभग 10 प्रतिशत का खर्च आता है।

मंडियों में सरसों की आवक कम है, स्टॉक सीमित है और मांग है। इसलिए शुल्क कम किये जाने का इस पर कोई विशेष असर नहीं आया है। एनसीडीईएक्स के वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को सरसों के अक्टूबर डिलिवरी वाला अनुबंध 40 रुपये तेज बंद हुआ है।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 8,720 – 8,745 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली – 6,285 – 6,370 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 14,300 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,080 – 2,210 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 17,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,650 -2,700 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,735 – 2,845 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,500 – 18,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,550 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,200 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,100

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,100 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,350 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,800 रुपये।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,700 (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन दाना 5,250 – 5,400, सोयाबीन लूज 4,050 – 5,050 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) 3,825 रुपये।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)