वर्ष-2020-21 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान भारत से चावल, गेहूं ,मोटे अनाज के निर्यात में उछाल

वर्ष-2020-21 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान भारत से चावल, गेहूं ,मोटे अनाज के निर्यात में उछाल

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  • Publish Date - February 10, 2021 / 04:56 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

नयी दिल्ली, दस फरवरी (भाषा) कोविड-19 महामारी के गंभीर संकट के दौरान अप्रैल-दिसंबर 2020 की अवधि में देश से अनाज का निर्यात इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुए 32,591 करोड़ रुपए के मुकाबले बढ़कर 49,832 करोड़ रुपए पहुंच गया।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार अनाज निर्यात में रुपए की दृष्टि से 52.90 प्रतिशत और अमेरिकी डॉलर की दृष्टि से 45.81 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) द्वारा किए जाने वाले कुल निर्यात में अनाज निर्यात का हिस्सा रुपए की दृष्टि से 48.61 प्रतिशत रहा।

इस दौरान बासमती चावल का निर्यात 2,038 करोड़ रुपये (2.947 अरब डॉलर) का रहा जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1,926 करोड़ रुपये (2.936 अरब डॉलर) का रहा था। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-दिसंबर 2020 के दौरान इस सुगंधित लम्बे दानों वाले चावल के निर्यात में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में रुपए की दृष्टि से 5.31 प्रतिशत और डॉलर की दृष्टि से 0.36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

एपीईडीए द्वारा किए गए कुल निर्यात में इस बासमती चावल का हिस्सा 21.44 प्रतिशत है। भारत से बासमती चावल का निर्यात मुख्य रूप से ईरान, सउदी अरब, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत और यूरोपीय देशों को होता है।

वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान गैर-बासमती चावल का निर्यात 22,856 करोड़ रुपए का रहा जबकि अप्रैल दिसंबर-2019 की इसी अवधि के दौरान यह निर्यात 10,268 करोड़ रुपए था।

गैर-बासमती चावल के निर्यात में रुपए की दृष्टि से 122.61 प्रतिशत और अमेरिकी डॉलर की दृष्टि से 111.81 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एपीईडीए द्वारा किए गए कुल निर्यात में से गैर-बासमती चावल का हिस्सा 22.32 प्रतिशत रहा।

भारत से गैर-बासमती चावल का निर्यात नेपाल, बेनिन, संयुक्त अरब अमीरात, सोमालिया, गिनी तथा एशिया, यूरोप और अमरीका के कई अन्य देशों को किया जाता है।

इस दौरान गेहूं का निर्यात पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान किए गए 336 करोड़ रुपए की तुलना में बढ़कर 1,870 करोड़ रुपए हो गया। इसमें भी रुपए की दृष्टि से 456.41 प्रतिशत और डॉलर की दृष्टि से 431.10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। गेहूं का निर्यात नेपाल, बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात को किया जाता है।

इसी दौरान बाजरा, मक्का तथा अन्य मोठे अनाजों का निर्यात इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1061 करोड़ रुपए बढ़कर 3,067 करोड़ रुपए हो गया। रुपए की दृष्टि से इसमें 189.09 प्रतिशत और डॉलर की दृष्टि से 177.02 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

कुल निर्यात में इन मोटे अनाज की हिस्सेदारी 3.01 प्रतिशत है। भारत से मोटे अनाजों का निर्यात संयुक्त अरब अमीरात, सउदी अरब, नेपाल, अमेरिका, जर्मनी और जापान को किया जाता है।

भाषा मनोहर रमण

रमण