मुंबई, 12 जून (भाषा) प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया महज एक पैसे बढ़कर 85.52 पर बंद हुआ।
हालांकि, कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 85.43 पर खुला। यह 85.43 और 85.65 के दायरे में कारोबार करने के बाद अंत में 85.52 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से मात्र एक पैसे की तेजी है।
बुधवार को रुपया 85.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, “बृहस्पतिवार को डॉलर में गिरावट आई क्योंकि इस बात के और संकेत मिले कि अमेरिकी राष्ट्रपति शुल्क वार्ता में नरम रुख अपना सकते हैं और कल (बुधवार) नरम सीपीआई मुद्रास्फीति के आंकड़ों के बाद फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि वे उच्च अमेरिकी शुल्क लगाए जाने से पहले देशों के साथ व्यापार वार्ता पूरी करने के लिए नौ जुलाई की समयसीमा बढ़ाने के लिए तैयार हैं।”
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.43 प्रतिशत घटकर 99.20 पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 823.16 अंक टूटकर 81,691.98 अंक पर, जबकि निफ्टी 253.20 अंक गिरकर 24,888.20 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.09 प्रतिशत गिरकर 66.81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 3,831.42 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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