नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) ऑनलाइन भुगतान मंच पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने एक कथित घोटालेबाज के साथ मजाकिया बातचीत के स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, जिसने कंपनी के कोष से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाने के लिए उनका नाम बदलकर ठगने की कोशिश की थी।
शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखी एक पोस्ट में व्हाट्सएप संदेशों की समूची शृंखला का खुलासा किया, जिसमें धोखेबाज ने खुद को विजय शेखर शर्मा के रूप में पेश किया और उनसे अपना ‘नया’ फोन नंबर सेव करने के लिए कहा।
असली और नकली शर्मा की इस दिलचस्प भिड़ंत ने जहां सोशल मीडिया पर कई लोगों को हंसने के लिए मजबूर किया वहीं इसने डिजिटल दुनिया के स्याह पक्ष को भी उजागर किया।
इस मामले ने अनजान व्यक्तियों को परिष्कृत चालबाजियों, उन्नत तकनीकों, नकली प्रोफाइल, संदिग्ध लिंक और दूसरे का रूप लेकर घोटालेबाजों द्वारा निशाना बनाए जाने की तरफ ध्यान आकृष्ट किया है।
पेटीएम संस्थापक की पोस्ट के मुताबिक, कथित धोखेबाज ने शर्मा से कंपनी के पास मौजूद वित्त का पता लगाकर सूचना देने के लिए भी कहा।
धोखेबाज शख्स ने शर्मा से पेटीएम के वित्त प्रमुख का नंबर और संपर्क विवरण भी साझा करने को कहा। इतना ही नहीं, उसने शर्मा से जीएसटी दस्तावेज़ के रूप में एक संदिग्ध फाइल भी वित्त कार्यकारी को भेजने के लिए कहा।
इस पूरे घटनाक्रम में पेटीएम के सीईओ ने भी अपनी असली पहचान न उजागर करते हुए उससे वेतन वृद्धि पर विचार करने का अनुरोध किया।
दूरसंचार विभाग ने इस तरह की साइबर धोखाधड़ी और वित्तीय अपराध से निपटने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (एफआरआई)’ जारी किया है।
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