नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) जल्द सूचीबद्ध कंपनियों की ओर से पर्यावरणीय, सामाजिक और कंपनी निदेशन (ईएसजी) संबंधी सार्वजिनक सूचना देने की अच्छी व्यवस्था बनाने के लिए दिशानर्देश जारी करेगा। सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
त्यागी ने कहा कि नियामक का इस बारे में विभिन्न अंशधारकों के साथ ‘सक्रिय विचार-विमर्श’ चल रहा है। इस बारे में संबंधित दिशानिर्देश जल्द जारी किए जाएंगे।
त्यागी ने सेबी-एनआईएसएम सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा, ‘‘प्रस्तावित दिशानिर्देशों का मकसद ईएसजी क्षेत्र में सूचीबद्ध कंपनियों से उच्चस्तर की पारदर्शिता तथा जवाबदेही हासिल करना है। ’’
सेबी निवेशकों की ईएसजी से संबंधित बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विचार-विमर्श कर रहा है।
त्यागी ने कहा कि महामारी के दौरान कई तरह के विशिष्ट रुख देखने को मिले। महामारी के शुरू होने के समय यह चिंता जताई जा रही थी कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के मुद्दे पीछे चले जाएंगे क्योंकि इस मुश्किल समय में इनके लिए कोष जुटाना आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हमने देखा कि वैश्विक स्तर और भारत में ईएसजी मुद्दों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। यह देखने को मिल रहा है कि वैश्विक स्तर पर ईएसजी पर निवेशक अधिक ध्यान दे रहे हैं। कुछ इसी तरह भारतीय निवेशकों की भी ईएसजी निवेश में रुचि बढ़ी है।’’
त्यागी ने बताया कि 2019-20 के वित्त वर्ष के अंत तक तीन ईएसजी म्यूचुअल फंड योजनाएं थीं। आज इनकी संख्या बढ़कर नौ हो गई है। इनमें से छह योजनाएं तो पिछले 10 माह के दौरान जुड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में इन योजनाओं में कुल मिलाकर 2,100 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। चालू वित्त वर्ष में 31 जनवरी, 2021 तक यह राशि बढ़कर 3,800 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।
भाषा अजय अजय मनोहर
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