आईटी, प्रौद्योगिकी शेयरों के दम पर गिरावट से उबरा बाजार, सेंसेक्स 158 अंक चढ़ा
आईटी, प्रौद्योगिकी शेयरों के दम पर गिरावट से उबरा बाजार, सेंसेक्स 158 अंक चढ़ा
मुंबई, चार दिसंबर (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में चार दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला बृहस्पतिवार को थम गया। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और प्रौद्योगिकी शेयरों में खरीदारी आने से सेंसेक्स 158 अंक चढ़ गया जबकि निफ्टी एक बार 26,000 के स्तर के ऊपर पहुंच गया।
बीएसई का 30-शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 158.51 अंक यानी 0.19 प्रतिशत मजबूत होकर 85,265.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 380 अंक से अधिक चढ़कर 85,487.21 तक चला गया था।
एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी भी 47.75 अंक बढ़कर 26,033.75 अंक पर पहुंच गया।
इससे पहले पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में करीब 613 अंक यानी 0.72 प्रतिशत की गिरावट आई थी जबकि निफ्टी लगभग 230 अंक यानी 0.8 प्रतिशत टूटा था।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से टीसीएस, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, सन फार्मा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और ट्रेंट में मुख्य रूप से तेजी रही।
दूसरी तरफ, मारुति, इटर्नल, कोटक महिंद्रा बैंक और टाइटन के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली का सिलसिला जारी है। बुधवार को एफआईआई ने 3,206.92 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 4,730.41 करोड़ रुपये की खरीदारी की।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘घरेलू बाजार मिलेजुले वैश्विक संकेतों और आरबीआई की मौद्रिक नीति से पहले सतर्क रुख के बीच लगभग स्थिर रहे। रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर और एफआईआई की बिकवाली के कारण शुरुआती तेजी थम गई थी। हालांकि, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम होने से रुपये में मामूली सुधार हुआ, जिससे सूचकांकों को समर्थन मिला।’
हालांकि व्यापक बाजार में गिरावट दर्ज की गई। छोटी कंपनियों का बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.32 प्रतिशत गिर गया जबकि मझोली कंपनियों का मिडकैप सूचकांक में 0.19 प्रतिशत की गिरावट रही।
क्षेत्रवार सूचकांकों में फोकस्ड आईटी खंड 1.41 प्रतिशत चढ़ गया जबकि आईटी खंड में 1.31 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी खंड में 1.12 प्रतिशत और रियल्टी खंड में 0.53 प्रतिशत की बढ़त रही।
एनरिच मनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पोनमुडी आर. ने कहा, ‘रुपये में कमजोरी बने रहने से बाजार की धारणा सुस्त रही और इक्विटी बाजार ने एक सीमित दायरे में कारोबार किया। रेपो दर पर रिजर्व बैंक के आने वाले फैसले को देखते हुए निवेशकों ने इंतजार करने की रणनीति अपनाई।’
एशिया के अन्य बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट कमजोर बंद हुए, जबकि जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे।
यूरोपीय बाजार दोपहर कारोबार में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को मजबूत बंद हुए थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.38 प्रतिशत चढ़कर 62.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
सेंसेक्स बुधवार को 31.46 अंक फिसल कर 85,106.81 अंक और निफ्टी 46.20 अंक कमजोर होकर 26,986 अंक पर बंद हुआ था।
भाषा प्रेम
प्रेम रमण
रमण

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