एसपी समूह ने नए संसद भवन की बोली प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप वापस लिया

एसपी समूह ने नए संसद भवन की बोली प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप वापस लिया

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  • Publish Date - October 19, 2020 / 01:55 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:52 PM IST

नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) शपूरजी पलोनजी (एसपी) समूह ने नए संसद भवन के निर्माण के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स के बोली जीतने पर अनियमितता और हितों के टकराव का आरोप लगाने वाले पत्र को वापस ले लिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि संबंधित सरकारी विभाग ने जोर देकर कहा है कि पूरी प्रक्रिया में किसी तरह की अनियमितता नहीं हुई है।

केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को लिखे पत्र में एसपी समूह ने कहा कि वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाएगा।

एक सूत्र ने बताया कि सेंट्रल विस्टा परियोजना प्रभाव-1, सीपीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता को भेजे गए पत्र में लिखा है, ‘‘हम इस बात की सराहना करते हैं कि आपके कार्यालय ने विस्तृत आंतरिक समीक्षा और सभी मुद्दों तथा चिंताओं पर गहन चर्चा की और मूल्यांकन किया।’’

एसपी समूह ने पत्र में आगे कहा, ‘‘…हम आपके द्वारा यह पुष्टि करने की सराहना भी करते हैं कि बोली प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से पूरा किया गया और इसमें टीसीई (टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स) और टीपीएल (टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड) के बीच कोई हितों का टकराव नहीं है।’’

इससे पहले सितंबर में एसपी समूह ने सीपीडब्ल्यूडी को दो पत्र भेजे थे, जिसमें आरोप लगाया गया था कि इस प्रक्रिया में टीपीएल और टीसीई, दोनों की भागीदारी केंद्रीय सतर्कता आयोग के नियमों का उल्लंघन है।

यह आरोप भी लगाया गया कि बोली पूर्व योग्यता के मानदंडों को बदला गया, ताकि टीपीएल बोली प्रक्रिया में भाग ले सके।

सूत्र ने बताया कि अपने ताजा पत्र में एसपी समूह ने कहा, ‘‘आपके पूर्वोक्त स्पष्टीकरण के आधार पर हम मामले को आगे नहीं बढ़ाएंगे।’’

इस संबंध में एसपी समूह की टिप्पणी फिलहाल नहीं पाई जा सकी है।

इस साल सितंबर में टीपीएल ने नए संसद भवन के निर्माण के लिए एलएंडटी लिमिटेड को पीछे छोड़कर 861.90 करोड़ रुपये में बोली हासिल की थी। एलएंडटी ने 865 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।

भाषा पाण्डेय मनोहर

मनोहर