अरुणाचल प्रदेश में मसालों की खेती स्थायी आय का स्रोत बन सकती: मंत्री

अरुणाचल प्रदेश में मसालों की खेती स्थायी आय का स्रोत बन सकती: मंत्री

अरुणाचल प्रदेश में मसालों की खेती स्थायी आय का स्रोत बन सकती: मंत्री
Modified Date: January 23, 2025 / 08:36 pm IST
Published Date: January 23, 2025 8:36 pm IST

ईटानगर, 23 जनवरी (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री न्यातो दुकाम ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर समर्पण के साथ काम किया जाए तो मसालों की खेती स्थायी आय का स्रोत बन सकती है।

यहां डीके कन्वेंशन हॉल में मसालों के लिए क्रेता-विक्रेता बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ किसान स्थायी आय का स्रोत बनाने के बजाय केवल सरकारी सब्सिडी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो चिंता की बात है।

दुकाम ने किसानों से मसाला खेती को स्थायी आजीविका के रूप में अपनाने को कहा और मसाला बोर्ड तथा राज्य सरकार से सब्सिडी, प्रशिक्षण और बाजार संपर्क सहित सभी सहायता का आश्वासन दिया।

 ⁠

उन्होंने कहा कि निरंतर मार्गदर्शन, मूल्यवर्धन तकनीक और बाजार संपर्क सुनिश्चित करने से मसाला खेती क्षेत्र मजबूत होगा।

मसाला बोर्ड के क्षेत्रीय उप निदेशक डीएम बर्मन ने मसाला खेती में अरुणाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि सिक्किम के बाद यह भारत में बड़ी इलायची का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।

उन्होंने अरुणाचल प्रदेश और शेष पूर्वोत्तर के अंशधारकों को सहायता प्रदान करने के लिए केंद्र और मसाला बोर्ड द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी।

मसाला बोर्ड द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य भर से 80 से अधिक किसानों और देश के विभिन्न भागों से 10 कंपनियों ने भाग लिया।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण


लेखक के बारे में