कार्यबल ने पूर्वोत्तर में कृषि-बागवानी पारिस्थितिकी को मजबूत करने पर चर्चा की

कार्यबल ने पूर्वोत्तर में कृषि-बागवानी पारिस्थितिकी को मजबूत करने पर चर्चा की

कार्यबल ने पूर्वोत्तर में कृषि-बागवानी पारिस्थितिकी को मजबूत करने पर चर्चा की
Modified Date: December 24, 2025 / 08:04 pm IST
Published Date: December 24, 2025 8:04 pm IST

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) पूर्वोत्तर राज्यों के लिए गठित उच्च-स्तरीय कार्यबल ने बुधवार को इस क्षेत्र में मूल्य शृंखला और बाजार संपर्क से जुड़ी मुख्य कमियां दूर करने और वहां कृषि-बागवानी पारिस्थितिकी को मजबूत करने की जरूरत पर बल दिया।

पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्वोत्तर के दो राज्यों के मुख्यमंत्री और तीन कृषि मंत्री इस उच्च-स्तरीय कार्यबल (एचएलटीएफ) की बैठक में शामिल हुए।

 ⁠

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘एचएलटीएफ ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में मूल्य शृंखला और बाजार संपर्क में मुख्य कमियों को दूर करने की जरूरत पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान क्षेत्र की अंतर्निहित मजबूती का फायदा उठाते हुए कृषि एवं बागवानी की पारिस्थितिकी सशक्त करने पर चर्चा हुई।’’

बैठक में सुधार के लिए जरूरी बुनियादी दखल से लेकर व्यापक स्तर पर मूल्य शृंखला के एकीकरण का एक स्पष्ट रोडमैप तैयार करने की अहमियत पर भी चर्चा हुई।

विज्ञप्ति के मुताबिक, ये तरीके लागू हो जाने के बाद पूर्वोत्तर के किसानों की आय में होने वाली बढ़ोतरी को मापने पर ध्यान दिया जाएगा।

बैठक में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग एवं त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और असम, अरुणाचल प्रदेश एवं सिक्किम के कृषि मंत्री भी मौजूद रहे।

भाषा राजेश राजेश प्रेम

प्रेम


लेखक के बारे में