टाटा स्टील का चौथी तिमाही का एकीकृत उत्पादन पांच प्रतिशत घटकर 74.5 लाख टन पर
टाटा स्टील का चौथी तिमाही का एकीकृत उत्पादन पांच प्रतिशत घटकर 74.5 लाख टन पर
नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) टाटा स्टील का बीते वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही का एकीकृत इस्पात उत्पादन पांच प्रतिशत घटकर 74.5 लाख टन रह गया है। कंपनी के ब्रिटेन परिचालन में बदलाव की वजह से उसके उत्पादन में कमी आई है।
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 78.5 लाख टन का उत्पादन किया था, जिसमें 3.1 लाख टन ब्रिटेन संयंत्र से आया था।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत, नीदरलैंड, ब्रिटेन और थाइलैंड में एकीकृत इस्पात उत्पादन पिछले वित्त वर्ष के 2.97 करोड़ टन से 3.53 प्रतिशत बढ़कर तीन करोड़ 7.5 लाख टन हो गया।
टाटा स्टील ने 2024-25 की चौथी तिमाही में एकीकृत बिक्री में 5.34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 2023-24 की अंतिम तिमाही के 78.6 लाख टन की बिक्री से बढ़कर 82.8 लाख टन हो गई।
पूरे वित्त वर्ष के लिए कंपनी की बिक्री इससे पिछले वित्त वर्ष के 2 करोड़ 91.6 लाख टन के मुकाबले छह प्रतिशत बढ़कर तीन करोड़ 8.6 लाख टन हो गई।
टाटा स्टील के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में ब्रिटेन में इसके विनिर्माण स्थल पर कोई उत्पादन नहीं हुआ।
वित्त वर्ष 2024-25 में टाटा स्टील नीदरलैंड का उत्पादन 67.5 लाख टन और आपूर्ति 62 लाख टन थी।
टाटा स्टील थाइलैंड का उत्पादन और आपूर्ति 2024-25 की चौथी तिमाही में क्रमशः 3.1 लाख टन और 3.2 लाख टन पर स्थिर रहा।
टाटा स्टील इंडिया के कलिंगनगर संयंत्र में भारत के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस के चालू होने और नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड में अधिक इस्पात उत्पादन के कारण 2024-25 में कच्चे इस्पात का उत्पादन सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.18 करोड़ टन हो गया।
घरेलू इस्पात की मांग में वृद्धि का लाभ उठाते हुए घरेलू आपूर्ति सालाना आधार पर एक करोड़ 99.1 लाख टन से बढ़कर लगभग 2.1 करोड़ टन हो गई।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय

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