मुंबई, 10 दिसंबर (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक रुझान और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच रुपया बुधवार को नौ पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.96 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि निवेशक निर्णायक रुख अपनाने से पहले अमेरिकी फेडरल रिजर्व से स्पष्टता की प्रतीक्षा कर रहे हैं। निवेशक अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता से मिलने वाले संकेतों का भी इंतजार कर रहे हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 90.00 प्रति डॉलर पर खुला। फिर कारोबार के दौरान लुढ़कर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90.10 पर आ गया। कारोबार के अंत में 89.96 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव के मुकाबले नौ पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.87 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘कमजोर घरेलू बाजारों और विदेशी पूंजी की निकासी से रुपये में गिरावट का रुख रहने की आशंका है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में देरी से रुपये को और भी नुकसान पहुंच सकता है।’’
उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर-भारतीय मुद्रा का हाजिर भाव 89.70 से लेकर 90.30 तक रहने का अनुमान है।
इस बीच वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि अमेरिका के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत में प्रगति हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके साथ बातचीत लगातार आगे बढ़ रही है। हम द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’’
दूसरी ओर, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.12 पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर सेंसेक्स 275.01 अंक फिसलकर 84,391.27 अंक पर जबकि निफ्टी 81.65 अंक की गिरावट के साथ 25,758 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ 62.10 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,760.08 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका निहारिका प्रेम
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