Then the price of edible oil increased, now you will have to pay so much for

फिर बढ़ी खाने के तेल की कीमत, अब एक लीटर के लिए देने होंगे इतने रुपए, यहां देखें रेट

edible oil price increased  : निर्यात की मांग बढ़ने के कारण तेल-तिलहन मार्केट में सुधार देखने को मिल रहा है। बाजार में सुधार होने के साथ ही तेल

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:54 PM IST, Published Date : June 2, 2022/6:03 am IST

नई दिल्ली : edible oil price increased  : निर्यात की मांग बढ़ने के कारण तेल-तिलहन मार्केट में सुधार देखने को मिल रहा है। बाजार में सुधार होने के साथ ही तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। सरसों रिफाइंड तेल के सस्ता होने और मांग कमजोर होने की वजह से सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट आई है। वहीं, सरसों तेल-तिलहनों की कीमतें भी पूर्वस्तर पर बनी रहीं। इनमें कोई उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया। लेकिन मूंगफल्ली के तेल की मितों में बलाव हुआ है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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नितिन गडकरी ने तिलहन उत्पादन बढ़ाने पर जोर

edible oil price increased  : कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश में तिलहन उत्पादन बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया है, लेकिन सवाल यह है कि जब खाद्य तेलों के थोक दाम रोज घट रहे है। आयात शुल्क में इस पूरे साल में लगभग 50 रुपये किलो के हिसाब से कमी की जा चुकी हो तो फिर खुदरा में इन कदमों का लाभ ग्राहकों को क्यों नहीं मिल पा रहा है और उन्हें तेल थोक भाव से 50-70 रुपये अधिक दाम पर कैसे बेचा जा रहा है।

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खुदरा ग्राहकों की जिम्मेदारी ले सरकार

edible oil price increased  : आपको बता दें थोक कीमतों में गिरावट और शुल्क में कमी का लाभ खुदरा ग्राहकों को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सरकार को लेनी होगी। किसानों को जब अपनी फसल के लिए लाभ की गारंटी होगी तथा विदेशों में तेल के भाव टूटने की स्थिति में आयात शुल्क बढ़ाकर स्थानीय किसानों के हितों को संरक्षित करने का भरोसा होगा, केवल तभी देश में तेल-तिलहन उत्पादन बढ़ सकता है।

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इन तेलों की कीमतों में आई गिरावट

edible oil price increased  : इसके अलावा सरसों रिफाइंड के सस्ता होने की वजह से मांग प्रभावित होने से सीपीओ, पामोलीन, बिनौला और सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट देखने को मिली। सूत्रों ने कहा कि निर्यात मांग होने के कारण मूंगफली तेल-तिलहन के भाव सुधार के साथ बंद हुए।

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बुधवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे

सरसों तिलहन – 7,340-7,390 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली – 6,710 – 6,845 रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,950 रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,660 – 2,850 रुपये प्रति टिन
सरसों तेल दादरी- 14,750 रुपये प्रति क्विंटल
सरसों पक्की घानी- 2,320-2,400 रुपये प्रति टिन
सरसों कच्ची घानी- 2,360-2,470 रुपये प्रति टिन
तिल तेल मिल डिलिवरी – 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 16,000 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 15,500 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 14,400 रुपये प्रति क्विंटल
सीपीओ एक्स-कांडला- 14,300 रुपये प्रति क्विंटल
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,550 रुपये प्रति क्विंटल
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 15,800 रुपये प्रति क्विंटल
पामोलिन एक्स- कांडला- 14,650 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल
सोयाबीन दाना – 6,750-6,850 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन लूज 6,450- 6,550 रुपये प्रति क्विंटल
मक्का खल (सरिस्का) 4,000 रुपये प्रति क्विंटल