प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री के लिए उद्योग के साथ विपणन व्यवस्था बनाने की जरूरत: हिमाचल कृषि मंत्री

प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री के लिए उद्योग के साथ विपणन व्यवस्था बनाने की जरूरत: हिमाचल कृषि मंत्री

प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री के लिए उद्योग के साथ विपणन व्यवस्था बनाने की जरूरत: हिमाचल कृषि मंत्री
Modified Date: November 25, 2025 / 07:05 pm IST
Published Date: November 25, 2025 7:05 pm IST

शिमला, 25 नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने मंगलवार को कहा कि कृषि विभाग को प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री के लिए उद्योग के साथ विपणन व्यवस्था बनाने की जरूरत है।

उन्होंने यह बात शिमला के बोइल्यूगंज में कृषि निदेशालय के पास प्राकृतिक खेती के उत्पादों के एक बिक्रीकेन्द्र का उद्घाटन करने के बाद कही।

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मंगलवार को यहां जारी एक बयान के मुताबिक, राजीव गांधी प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत रसायन-मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र का उद्घाटन सोमवार शाम को किया गया।

मंत्री ने कहा, ‘‘कृषि विभाग को प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री के लिए उद्योग के साथ विपणन प्रणाली बनाने की जरूरत है…। विभाग कच्ची हल्दी बेचने के लिए चिकित्सकीय और सौन्दर्य उद्योग के साथ संपर्क कर सकता है।’’

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए प्राकृतिक तरीके से उगाई गई कच्ची हल्दी, मक्का, गेहूं और जौ को सबसे ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदना शुरू कर दिया है।

कृषि निदेशक, रविंदर सिंह जसरोटिया ने कहा कि राज्य में 2,23,029 किसान 38,456 हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती करते हैं।

वे इस गैर-रासायनिक तरीके से एक ही खेत से कई फसलें ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के उत्पादों के लिए ऐसे केन्द्र, राज्य के दूसरे जिलों में भी खोले जाएंगे।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण


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