8th Pay Commission: इन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा 8वें वेतन आयोग का लाभ? इस वजह से रह सकते हैं वंचित, कहीं आप भी तो नहीं है इसमें शामिल
8वें वेतन आयोग के तहत सैलरी और पेंशन की नई दरें 1 जनवरी 2026 से लागू होने की उम्मीद है। लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या पेंशनर्स इस लाभ से वंचित रह जाएंगे, जिससे उनके भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।
(8th Pay Commission, Image Source: Pixabay)
- 8वें वेतन आयोग के ToR को 3 नवंबर को मंजूरी मिली।
- लगभग 69 लाख पेंशनर्स लाभ से बाहर रह सकते हैं।
- AIDEF ने वित्त मंत्री को पत्र लिखकर पेंशनर्स के अधिकार की मांग की।
नई दिल्ली: 8th Pay Commission: केंद्र सरकार ने 3 नवंबर को 8वें वेतन आयोग के Terms of Reference (ToR) को मंजूरी दे दी है। यह आयोग तीन सदस्यीय है और इसकी अध्यक्षता न्यायमूर्ति रंजना देसाई करेंगी। इस फैसले के बाद केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
पेंशनर्स को लाभ से बाहर रखने का खतरा
हालांकि, रिपोर्ट सामने आने के बाद खबर हैं कि करीब 69 लाख केंद्रीय पेंशनर्स और पारिवारिक पेंशनर्स को 8वें वेतन आयोग के दायरे से बाहर रखा जा सकता है। इससे पेंशनर्स में नाराजगी और चिंता पैदा हो गई है।
फेडरेशन ने वित्त मंत्री को लिखा पत्र
ऑल इंडिया डिफेंस एम्प्लॉइज फेडरेशन (AIDEF) ने इस मुद्दे को उठाते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है। फेडरेशन का कहना है कि पहले सेवानिवृत्त या जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को आयोग से बाहर रखना गलत है। पत्र में कहा गया है कि जिन लोगों ने 30 साल या उससे अधिक समय तक देश की सेवा की है, उन्हें 8वें वेतन आयोग की Terms of Reference में शामिल न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। AIDEF ने स्पष्ट किया कि पेंशन रीविजन पेंशनर्स का अधिकार है और उन्हें इससे वंचित रखना ‘नाइंसाफी’ है।
आधिकारिक नोटिफिकेशन में कोई स्पष्टता नहीं
अधिसूचना में केवल उन कर्मचारियों का उल्लेख है जिनकी सैलरी और भत्तों की समीक्षा की जाएगी। इनमें शामिल हैं:
- केंद्र सरकार के औद्योगिक और गैर-औद्योगिक कर्मचारी
- ऑल इंडिया सर्विसेज से जुड़े कर्मचारी
- डिफेंस फोर्सेज के कर्मचारी
- केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मचारी
- इंडियन ऑडिट और अकाउंट डिपार्टमेंट के अधिकारी एवं कर्मचारी
- RBI को छोड़कर संसद के अधिनियमों के तहत स्थापित नियामक निकायों के सदस्य
- सर्वोच्च न्यायालय के अधिकारी एवं कर्मचारी
- हाई कोर्ट के अधिकारी और कर्मचारी जिनकी सैलरी संघ शासित प्रदेशों द्वारा दी जाती है
- संघ शासित प्रदेशों के अधीनस्थ न्यायालयों के न्यायिक अधिकारी
पेंशनर्स का अधिकार और यूनियन की चिंता
यूनियन का कहना है कि 8वें वेतन आयोग के Terms of Reference 7वें वेतन आयोग से अलग हैं। 7वें वेतन आयोग में पेंशन में संशोधन का प्रावधान था, लेकिन 8वें वेतन आयोग में इसे हटा दिया गया है। ऐसे में पहले से रिटायर हो चुके कर्मचारियों की नाराजगी स्वाभाविक है।
रिपोर्ट और लागू होने की संभावित समयसीमा
8वें वेतन आयोग को अपनी रिपोर्ट तैयार करने में लगभग 18 महीने का समय लगेगा। इसके बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कर्मचारियों और पेंशनर्स का वेतन और पेंशन किस स्तर तक बढ़ेगी और पेंशनर्स को वास्तव में लाभ मिलेगा या नहीं।
इन्हें भी पढ़ें:
- Agniveer Jobs: सेना में करियर बनाने का सही समय, 15 जनवरी से शुरू हो रही उत्तराखंड अग्निवीर भर्ती, ये डॉक्यूमेंट के साथ हो सकते हैं शामिल…
- KVS and NVS Recruitment 2025: सरकारी नौकरी का बड़ा मौका! केंद्रीय विद्यालय और नवोदय स्कूलों में 10,000 से ज्यादा पदों पर बंपर भर्ती, इस लिंक से कर पाएंगे आवेदन…
- Data Patterns Share: डिफेंस सेक्टर में धमाका! मुनाफे में 62% की छलांग के बाद इस कंपनी के शेयर 9% उछले… क्या अब शुरू होने जा रहा है रैली का नया दौर?

Facebook



