EES-2025 Scheme: कर्मचारी हो या मालिक, EPFO की EES-2025 स्कीम में सबके लिए है क्या है खास? जानिए कैसे मिलेगा फायदा!

EPFO ने EES-2025 स्कीम शुरू की है, जिसमें इंप्लॉयर को छह महीने की अवधि दी गई है। इस दौरान जुलाई 2017 से अक्टूबर 2025 तक EPF कवरेज से बाहर रहे पात्र कर्मचारियों को सरल प्रक्रिया और सीमित दंड के साथ स्वेच्छा से इनरोल किया जा सकता है।

EES-2025 Scheme: कर्मचारी हो या मालिक, EPFO की EES-2025 स्कीम में सबके लिए है क्या है खास? जानिए कैसे मिलेगा फायदा!

(EES-2025 Scheme/ Image Credit: ANI News)

Modified Date: December 19, 2025 / 05:27 pm IST
Published Date: December 19, 2025 5:25 pm IST
HIGHLIGHTS
  • EPFO ने EES-2025 स्कीम के तहत वन-टाइम इनरोलमेंट की शुरुआत की।
  • योजना का उद्देश्य 2017-2025 के बीच छूटे कर्मचारियों को EPF में लाना।
  • नियोक्ताओं को छह महीने की अवधि दी गई है।

EES-2025 Scheme: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने नियोक्ताओं के लिए स्पेशल वन-टाइम इनरोलमेंट स्कीम (EES-2025) की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य पात्र कर्मचारियों को EPF कवरेज में लाना और सोशल सिक्योरिटी के दायरे का विस्तार करना है। नियोक्ताओं को इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए छह महीने की अवधि दी गई है।

वन-टाइम इनरोलमेंट विंडो

EES-2025 योजना नवंबर 2025 से शुरू होकर छह महीने तक चलेगी। इस अवधि में नियोक्ता उन कर्मचारियों को स्वेच्छा से इनरोल कर सकते हैं, जो 1 जुलाई, 2017 से 31 अक्टूबर, 2025 तक EPF कवरेज से बाहर रहे हैं। जिन प्रतिष्ठानों को पहले EPF अधिनियम के अंतर्गत नहीं माना जाता था, वे भी इस अवसर का उपयोग कर पात्र कर्मचारियों को इनरोल कर सकते हैं। इस पहल से लंबी कानूनी प्रक्रियाओं और जटिलताओं से बचा जा सकता है।

नियोक्ताओं को मिलने वाली राहत

इस योजना के तहत, नियोक्ताओं को उन मामलों में राहत मिलेगी जहां कर्मचारियों का अंशदान पहले नहीं काटा गया था। अब उन्हें केवल इंप्लॉयर के हिस्से का योगदान देना होगा, साथ ही ब्याज और प्रशासनिक शुल्क के साथ 100 रुपये तक का सीमित दंड देना होगा। यह कदम वैल्यूएशन जांच से गुजर रहे प्रतिष्ठानों के लिए भी लाभकारी है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के तहत भी लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

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राष्ट्रीय जागरूकता और प्रोत्साहन

EPFO ने नियोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे ‘सभी के लिए सोशल सिक्योरिटी’ के राष्ट्रीय दृष्टिकोण में भाग लें। इसके लिए संगठन चिन्हित नियोक्ताओं को SMS और ईमेल के माध्यम से संपर्क करेगा और लंबित अनुपालनों को रेगुलर करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। साथ ही, एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।

कांट्रैक्ट और कैजुअल कर्मचारियों को भी लाभ

EPFO ने विभिन्न सरकारी अधिकारियों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया है कि कांट्रैक्ट और कैजुअल कर्मचारियों को भी EPF ढांचे में शामिल किया जा सके। इससे सभी कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल सकेगा।

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लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।