यात्री, दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री अगले कुछ महीनों में घटेगी: इंडिया रेटिंग्स

यात्री, दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री अगले कुछ महीनों में घटेगी: इंडिया रेटिंग्स

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  • Publish Date - November 30, 2020 / 12:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:00 PM IST

नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) साख निर्धारण से जुड़ी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) ने कहा है कि अगले कुछ महीनों में घरेलू यात्री और दोपहिया वाहनों की बिक्री घटेगी। इसका कारण डीलर के स्तर पर पहले का माल काफी संख्या में बचा होना है।

उसने कहा कि हालांकि वाहन उद्योग की वृद्धि अगले कुछ महीने बनी रहेगी।

इंड-रा ने एक बयान में कहा, ‘‘देश में त्योहारों का महीना खत्म होने के साथ, डीलरों के पास बचे हुए यात्री तथा दोपहिया वाहनों को देखते हुए अगले कुछ महीने थोक बिक्री कम होगी। डीलरों के पास इन वाहनों की उपलब्धता 21 दिन से अधिक की है।’’ फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने 21 दिन के माल की सिफारिश की हुई है।

हालांकि, आर्थिक संकेतकों में सुधार के साथ कुल मिलाकर वाहन उद्योग का प्रदर्शन अगले दो-तीन महीने बेहतर रहने की उम्मीद है।

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि पिछले दो-तीन महीनों में मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) का जोर त्योहारों के दौरान अधिक मांग की उम्मीद में अपना माल डीलर के स्तर पर बढ़ाने पर रहा है।

उसने कहा कि इसके परिणामस्वरूप अगस्त, 2020 से उत्पादन का स्तर बढ़ा है। यात्री वाहनों तथा दोपहिया वाहनों का उत्पादन स्तर इस साल अक्टूबर में सालाना आधार पर क्रमश: 32 प्रतिशत और 40 प्रतिशत बढ़ा है।

इंडिया रेटिंग्स ने कहा, ‘‘हालांकि अगस्त-अक्टूबर के दौरान खुदरा बिक्री के मुकाबले थोक में उपलब्धता बढ़ने से डीलरशिप के स्तर पर खासकर दोपहिया वाहनों की उपलब्धता बढ़ी है। इस दौरान थोक के मुकाबले खुदरा बिक्री कम रही।’’

इस साल अक्टूबर के अंत में यात्री वाहनों के मामले में औसत उपलब्धता डीलरशिप के स्तर पर 35 से 40 दिन की रही जबकि पिछले साल यह 25 से 30 दिनों के लिये थी।

इसी प्रकार, दोपहिया वाहनों के मामले में औसत भंडार अक्टूबर के अंत में 50 से 55 दिनों का रहा जबकि पिछले साल इसी माह में यह 35 ये 40 दिनों के लिये था।

इस साल अक्टूबर में यात्री वाहनों का खुदरा पंजीकरण सालाना आधार पर 9 प्रतिशत कम रहा। वहीं दोपहिया, वाणिज्यिक वाहनों और तीन-पहिया वाहनों के मामले में यह कमी क्रमश: 27 प्रतिशत, 30 प्रतिशत और 65 प्रतिशत रही।

यह बताता है कि त्योहारों के दौरान अच्छी मांग के बावजूद उपभोक्ता मांग का स्तर कोविड पूर्व स्तर पर नहीं पहुंचा है।

भाषा

रमण अजय

अजय