ज़ी एंटरटेनमेंट ने सोनी के साथ विलय सौदा पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई |

ज़ी एंटरटेनमेंट ने सोनी के साथ विलय सौदा पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई

ज़ी एंटरटेनमेंट ने सोनी के साथ विलय सौदा पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई

:   Modified Date:  January 9, 2024 / 06:17 PM IST, Published Date : January 9, 2024/6:17 pm IST

नयी दिल्ली, नौ जनवरी (भाषा) ज़ी एंटरटेनमेंट ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ विलय के लिए मंगलवार को प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि वह लेनदेन के ‘सफलतापूर्वक समापन’ की दिशा में काम कर रही है।

इस विलय सौदे के सफल होने पर 10 अरब डॉलर कारोबार वाला देश का सबसे बड़ी मीडिया समूह खड़ा होगा।

अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (सीएमईपीएल) के नाम से जानी जाने वाली सोनी पिक्चर्स के साथ विलय सौदे को पूरा करने की विस्तारित समयसीमा 21 जनवरी को पूरी होने वाली है। इस सौदे पर दिसंबर, 2021 में हस्ताक्षर किए गए थे।

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा, ‘‘हम दोहराना चाहते हैं कि कंपनी सोनी के साथ विलय के लिए प्रतिबद्ध है और इसे सफलतापूर्वक पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।’’

कंपनी ने यह सूचना इस सौदे को सोनी पिक्चर्स की तरफ से रद्द किए जाने की आशंका जताने वाली मीडिया रिपोर्ट पर शेयर बाजार से मांगे गए स्पष्टीकरण पर दी है।

दरअसल, इस विलय सौदे का भविष्य नई इकाई के नेतृत्व को लेकर दोनों पक्षों के बीच सहमति न बन पाने की वजह से अधर में लटक गया है। दोनों पक्ष अभी तक एक समझौते को अंतिम रूप नहीं दे पाए हैं जबकि सौदा पूरा होने के लिए मिली एक महीने की छूट अवधि भी समाप्त होने के करीब है।

ज़ी एंटरटेनमेंट चाहती है कि नई बनने वाली कंपनी की कमान उसके प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी पुनीत गोयनका के ही पास रहे। लेकिन कोष दुरुपयोग मामले में गोयनका पर सेबी की तरफ से प्रबंधकीय पद संभालने पर रोक लगाए जाने के बाद सोनी पिक्चर्स इसके लिए राजी नहीं हो रही है।

हालांकि, बाजार नियामक सेबी के आदेश पर प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण ने रोक लगा दी है लेकिन सोनी जापान में अपनाई जाने वाली कठोर कॉरपोरेट प्रशासन नीतियों के कारण नई इकाई का नेतृत्व गोयनका को देने को लेकर सहज नहीं है।

इसके अलावा भारतीय कंपनी के समापन की अन्य शर्तों को पूरा करने में सक्षमता को लेकर भी मतभेद हैं।

पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ ने भी विलय को हरी झंडी दे दी थी।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)