छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 12 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 12 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 12 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
Modified Date: July 9, 2025 / 04:31 pm IST
Published Date: July 9, 2025 4:31 pm IST

दंतेवाड़ा, नौ जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में माओवादी दंपति समेत 12 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में डिविजन कमेटी सदस्य चंद्रन्ना उर्फ बुरसू पुनेम (52) और अमित उर्फ हिंगा (26) पर आठ-आठ लाख रुपये तथा एरिया कमेटी सदस्य और अमित की पत्नी अरुणा लेकाम (25) पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि नक्सली देवा कवासी (22) पर तीन लाख रुपये जबकि राजेश मड़काम (35) पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था।

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उन्होंने बताया कि नक्सली पायके ओयाम :25: के सर पर एक लाख रूपए तथा नक्सली कोसा सोढ़ी (23), महेश लेकाम (23) और राजू करटाम (20) पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में एक पश्चिम बस्तर डिविजन का डिविजन कमेटी सदस्य, एक गढ़चिरौली डिविजन का डिविजन कमेटी सदस्य, एक एरिया कमेटी सदस्य और एक माड़ डिविजन प्लाटून नंबर 32 का सेक्शन कमांडर शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि 30 वर्षों से माओवादी संगठन में सक्रिय माओवादी चंद्रन्ना पुनेम तारलागुड़ा, जांगला, बिरियाभूमि, तड़केल, हिंगुम, तिमेनार, पोर्रोवाड़ा और कोरचोली के जंगल में हुई मुठभेड़ और बारूदी सुरंग विस्फोट जैसे बड़ी घटनाओं में शामिल था। वहीं नक्सली देवा कवासी के खिलाफ पुलिस शिविर और पुलिस दल पर गोलीबारी करने का आरोप है।

अधिकारियों ने बताया कि अन्य नक्सलियों पर नक्सली बंद के दौरान सड़क खोदने, पेड़ काटने, नक्सली बैनर, पोस्टर लगाने जैसी घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।

उन्होंने बताया कि 2020 में शुरू हुए लोन वर्राटू (अपने घर/गांव वापस लौटो) अभियान में अब तक 249 इनामी नक्सली समेत 1005 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर के 813 पुरुष और 192 महिला नक्सली शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है। उन्हें अन्य सुविधाएं जैसे कौशल विकास प्रशिक्षण और कृषि भूमि मुहैया कराई जाएगी।

भाषा सं संजीव जोहेब

जोहेब


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