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21 आचार्यों ने विष्णुपद मंदिर का किया ‘शुद्धिकरण’, दर्शन के लिए पहुंचे थे बिहार सरकार के मुस्लिम मंत्री

मुस्लिम मंत्री ने किया मंदिर में दर्शन तो, मंदिर ट्रस्ट ने कराया पूरे परिसर का शुद्धिकरण! 21 Acharyas performed 'purification' of temple after Israel Mansoori visited Vishnupad

21 आचार्यों ने विष्णुपद मंदिर का किया ‘शुद्धिकरण’, दर्शन के लिए पहुंचे थे बिहार सरकार के मुस्लिम मंत्री
Modified Date: February 6, 2025 / 04:46 pm IST
Published Date: August 24, 2022 11:38 pm IST

बिलासपुर। Swine flu: छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत हो गई है। महिला की उम्र 35 वर्ष बतायी जा रही है और यह जांजगीर-चांपा की रहने वाली है। सांस में तकलीफ होने के बाद महिला को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद जांच में महिला की स्वाइन फ्लू का रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालत गंभीर होने के कारण महिला की जान नहीं बच सकी और उसकी मौत हो गई। बता दे कि अन्य निजी अस्पतालों में भी स्वाइन फ्लू के कुछ संदेहियों का इलाज चल रहा है।

Swine flu raised concern in the state

Swine flu raised concern in the state

 

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जम्मू-कश्मीर। Terrorist conspiracy foiled: भारतीय सेना ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी की ओर से रची जा रही बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया है। सेना ने एक घुसपैठिये को धर दबोचा है जिसने बड़ा खुलासा किया है। 21 अगस्त को हुई एक मुठभेड़ में पकड़े गए आतंकी ने कहा है कि उसे पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैनिकों पर हमला करने का काम सौंपा था। पाकिस्तानी कर्नल यूनुस चौधरी ने उसे इस मिशन को पूरा करने के बाद 30,000 रुपये देने का वादा किया था।

Terrorist conspiracy foiled

Terrorist conspiracy foiled

 

 

नई दिल्ली। Paigambar Mohammad Case : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPRC) ने बुधवार को हैदराबाद पुलिस से उन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया, जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी के निलंबित नेता टी. राजा सिंह के खिलाफ स्कूली बच्चों से नारेबाजी करवाई थी।

हैदराबाद पुलिस को लिखे एक पत्र में एनसीपीसीआर ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में हैदराबाद में कई बच्चे ‘सिर तन से जुदा’ के नारे लगाते और टी. राजा सिंह को फांसी पर लटकाने की मांग करते दिख रहे हैं।

एनसीपीसीआर ने कहा, ”आयोग ने स्वत: संज्ञान लेना उचित समझा क्योंकि यह किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 के संबंधित प्रावधानों का प्रथम दृष्टया उल्लंघन है। आयोग ने इस संबंध में पुलिस से प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने का अनुरोध किया।

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