इंसानियत शर्मसार! रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में 4 साल से रखी हैं 3 लाशें, सड़कर कंकाल में तब्दील, अब तक नहीं आए परिजन

dead bodies in Raipur's Ambedkar Hospital : बताया जा रहा है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान यह मौतें हुई थी। इस दौरान शव को पीपीई किट में लपेटकर रख दिया गया था। इन तीन लाशों को 4 साल तक उनके परिजन लेने नहीं आए

इंसानियत शर्मसार! रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में 4 साल से रखी हैं 3 लाशें, सड़कर कंकाल में तब्दील, अब तक नहीं आए परिजन

dead bodies in Raipur's Ambedkar Hospital :

Modified Date: March 20, 2024 / 11:41 am IST
Published Date: March 20, 2024 11:35 am IST

dead bodies in Raipur’s Ambedkar Hospital : रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल यानी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय मेकाहारा में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है। यहां अंबेडकर अस्पताल के मर्चुरी में 4 साल से तीन लाशें रखी हुई हैं जो कि अब तक पूरी तरह से सड़ चुकी हैं। लेकिन अब तक इनकी कोई सुध लेने वाला नहीं आया।

बताया जा रहा है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान यह मौतें हुई थी। इस दौरान शव को पीपीई किट में लपेटकर रख दिया गया था। इन तीन लाशों को 4 साल तक उनके परिजन लेने नहीं आए और सिस्टम की लापरवाही से यह लाशें अब कंकाल में तब्दील हो चुकी हैं।

read more: Shahdol Crime News: घर के आंगन में संदिग्ध अवस्था में मिली बुजुर्ग दंपत्ति की लाश, इलाके में फैली सनसनी 

 ⁠

dead bodies in Raipur’s Ambedkar Hospital : बहरहाल मर्चुरी की सफाई और रख रखाव के दौरान जब इन लाशों को देखा गया, तब जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद आज इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित किया है कि आज भी इस दुनिया में ऐसे लोग हैं जिन्हें अपनों की परवाह भी नहीं है। यही कारण है कि आज तक इनकी कोई खबर लेने नहीं आया ।

लाशों की हुई पहचान

हालाकि ताजा अपडेट यह है कि राजधानी के अंबेडकर अस्पताल की मर्चुरी में 4 साल से अपने परिजनों की राह और अंतिम संस्कार के इंतेजार में कंकाल बन चुकी 3 अज्ञात लाशों की पहचान हो गई है। तीन में से 2 पुरुष 1 महिला का शव है। मिली जानकारी के अनुसार जब्बार सिंह, 62 साल, पंकज 31 साल और दुकलनी बाई 43 के रूप में इनकी पहचान हुई है। 2 निजी अस्पताल में कोरोना से मौत के बाद इनके शव अंबेडकर अस्पताल लाए गए थे।

वहीं महिला की मौत अंबेडकर अस्पताल में हुई थी। अस्पताल प्रबंधन द्वारा जून 2021, अगस्त 2022 और जनवरी 2023 को जिला प्रशासन को अंतिम संस्कार के लिए पत्र लिखे गए थे।

read more:  Chaitra Navratri 2024 Date: किस दिन से शुरू हो रही चैत्र नवरात्र, किस वाहन पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा..जानें सब कुछ 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com