कांग्रेस के 5 एजेंडा सेट! बीजेपी क्यों है लेट? छत्तीसगढ़ की चुनावी बिसात पर शुरू हुआ शह और मात का खेल

छत्तीसगढ़ कांग्रेस न शराबबंदी के मोर्चे पर बैकफुट पर जाना चाहती है, न धर्म के मसले पर.. और न ही किसान, मजदूर और अपने किए वादे पर। मतलब साफ है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले अपने गियर शिफ्ट कर लिए हैं... जिससे BJP की चुनौतियां और बढ़ गई हैं..

कांग्रेस के 5 एजेंडा सेट! बीजेपी क्यों है लेट? छत्तीसगढ़ की चुनावी बिसात पर शुरू हुआ शह और मात का खेल
Modified Date: June 17, 2023 / 12:05 am IST
Published Date: June 17, 2023 12:05 am IST

cg assembly election 2023 रायपुर। छत्तीसगढ़ की चुनावी बिसात पर मोहरे सज चुके हैं.. शह और मात का खेल भी शुरू हो चुका है। कांग्रेस ने इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हर उस मोर्चे पर तैयारी कर ली है जो उसके लिए चुनौती बन सकते हैं। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस न शराबबंदी के मोर्चे पर बैकफुट पर जाना चाहती है, न धर्म के मसले पर.. और न ही किसान, मजदूर और अपने किए वादे पर। मतलब साफ है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले अपने गियर शिफ्ट कर लिए हैं… जिससे BJP की चुनौतियां और बढ़ गई हैं… तो क्या होगा BJP के पास इस रणनीति का जवाब…?

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ढेरों वादे और दर्जनों ऐलान कर साल 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में आई थी.. साढ़े 4 साल बीत चुके हैं और अब फिर बताना होगा कि 2018 में जिन वादों के साथ वो सत्ता में आई.. उनका क्या हुआ। 5 साल में उपजी नई जन आकांक्षाओं का सरकार ने क्या उपाय किया। इस पर कांग्रेस की रणनीति पुख्ता है… CM भूपेश के बयान इस तरफ इशारा भी कर रहे हैं। उन्होंने सियासी लड़ाई के लिए 5 मंत्र दिए हैं.. दरअसल विरोधी जब शराबबंदी पर मुखर हो रहे हैं, तो CM भूपेश इसका काउंटर नशामुक्ति जनअभियान चलाकर देना चाहते हैं। यानी सिर्फ शराबबंदी नहीं बल्कि हर तरह के नशे के खिलाफ जन अभियान… विरोधी जब गौठान को बदहाल बताते हैं.. तो CM भूपेश राज्य की योजनाओं के लाभार्थियों को अपनी ढाल बना लेते हैं। भाजपा जब राम, धर्मांतरण या सनातन से जुड़े दूसरे मुद्दे उठाती है, तो कांग्रेस रामायण महोत्सव से लेकर राम वन गमन पथ और मां कौशल्या मंदिर के जीर्णोद्धार की उजली तस्वीर पेश कर देती है.. युवाओं के मुद्दे पर भाजपा के सवाल का जवाब में CM भूपेश.. बेरोजगारी भत्ता, हजारों नौकरियां और इंग्लिश मीडियम स्कूल के काम गिना देते हैं। अनुसूचित जाति की 10 आरक्षित सीटों के साथ लगभग डेढ़ दर्जन प्रभाव वाली सीटों पर विरोधी जब सक्रिय नजर आते हैं तो CM हर ब्लॉक में जैतखंभ का ऐलान कर देते हैं। यानी हर स्तर पर विरोधी को मुद्दा विहीन कर देने की रणनीति है।

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कांग्रेस इन चुनावों में पंचसूत्र के साथ जा रही है। मंशा साफ है कि अपने काम और नियत के बदौलत एक बार फिर जनता से जनादेश पाने की पूरी कोशिश है.. लेकिन विरोधी इन स्टैंड को यू टर्न बता रहे हैं, और सरकार के अधूरे वादे गिना रहे हैं।

कांग्रेस का कहना है कि जो कहा उससे ज्यादा करके दिखाया। कांग्रेस चाहती है किसी भी मुद्दे या मोर्चे पर विरोधी उसे छका न पाएं। लिहाजा, अलग राजनीतिक शैली के माहिर खिलाड़ी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तैयारी हर मोर्चे पर दिख रही है। अब राजनीतिक समर में जनता ही जनार्दन है.. और सब इस पर निर्भर है कि कौन अपनी बात जनता को ठीक ठीक समझा पाता है।

राजेश राज, IBC24, रायपुर


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com