Reported By: Arun Soni
,Balrampur News / Image Source: IBC24
Balrampur News: बलरामपुर: बलरामपुर जिले में सड़कों की हालत इन दिनों इतनी खराब हो चुकी है कि लोग आम दिनों की आवाजाही भी भारी जोखिम उठाकर कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 343, जो अंबिकापुर से रामानुजगंज तक लगभग 110 किलोमीटर लंबा है, पूरी तरह जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। सड़क पर गड्ढों की संख्या इतनी अधिक है कि कहीं- कहीं ये पहचान पाना मुश्किल हो जाता है कि सड़क है कहां। स्थिति ये है कि पैदल चलना भी चुनौतीपूर्ण हो गया है और वाहनों के लिए ये मार्ग किसी खतरे से कम नहीं।
राष्ट्रिय राजमार्ग 343 पर चलने वाला हर व्यक्ति धूल के बादल से जूझने को मजबूर है। सड़क की हालत ऐसी है कि बाइक या कार से गुजरते समय धूल का गुबार आंखों के आगे एक मोटा पर्दा खड़ा कर देता है। इससे दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ गई है। गड्ढों में उछलती-गिरती गाड़ियां, धूल से ढके मकान और लगातार उड़ते धूल के बादलों ने स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
लोगों का कहना है कि धूल की वजह से बच्चों और बुजुर्गों में सांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़नी शुरू हो गई हैं। कई लोग खांसी, दमा, एलर्जी और आंखों में जलन की शिकायत लेकर अस्पतालों का रुख करने लगे हैं। सड़क इस हद तक खराब है कि कई बार लोग घर से बाहर निकलने से पहले भी सोचने पर मजबूर हो जाते हैं।
स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को लेकर कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सामने उठाया। कई बार आंदोलन, ज्ञापन व प्रदर्शन के बाद भी सिर्फ आश्वासन का ढेर मिला है, जबकि सड़क की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। क्षेत्रवासियों का कहना है कि समस्या हर साल बढ़ती जा रही है लेकिन जिम्मेदार विभागों की निष्क्रियता ने हालात को और बिगाड़ दिया है। लोगों ने आरोप लगाया कि सड़क पर उड़ती धूल, गड्ढे और जर्जर मार्ग उनकी परेशानी को बढ़ाते जा रहे हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से न तो कोई समयबद्ध योजना बनाई गई और न ही तुरंत कोई कार्रवाई की गई।
जब IBC24 की टीम ने मामले में एसडीएम से बात की, तो उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण का टेंडर जारी हो चुका है और जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि ये आश्वासन पहले भी कई बार दिया जा चुका है लेकिन जमीन पर काम नहीं दिख रहा। लोगों की मुख्य मांग है कि तत्काल प्रभाव से मरम्मत कार्य शुरू कराया जाए ताकि धूल और गड्ढों से राहत मिल सके। कई ग्रामीणों ने ये भी कहा कि सड़क बने बिना हादसों की संख्या और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लगातार बढ़ती जाएंगी।