सत्ता संग्राम…बस्तर से शंखनाद! 2023 चुनाव से पहले बस्तर के वोटर्स को साधना चाहती है दोनों पार्टी?
सत्ता संग्राम...बस्तर से शंखनाद! Before the 2023 elections, both the parties want to cultivate the voters of Bastar?
रायपुर: कहते हैं छत्तीसगढ़ में सत्ता का रास्ता बस्तर में जीत के बिना संभव नहीं होता, यही कारण है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी 2023 चुनाव से पहले बस्तर के वोटर्स को साधना चाहती है। दोनों ही दलों ने इसकी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
बस्तर में अपने जनाधार को वापस पाने के लिए बीजेपी अपने चुनावी अभियान की शुरूआत बस्तर से ही करने जा रही है। इसी रणनीति को धार देने बीजेपी ने 2 और 3 सितंबर को बस्तर में चिंतन शिविर का आयोजन रखा है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होने की खबर है।
दूसरी ओर कांग्रेस भी बस्तर में अपने दबदबे को बरकरार रखने की कोशिश में है, लिहाजा दिल्ली दौरे पर रहे भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया है। अपने दौरे में राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आएंगे और बस्तर जाएंगे और बस्तर के विकास से रूबरू होंगे। राहुल गांधी के इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है, लेकिन बीजेपी जरूर तंज कस रही है कि राहुल गांधी सरकार की कौन सी योजना देखने बस्तर आएंगे और क्या देखेंगे? कुल मिलाकर 2023 के सत्ता संग्राम का शंखनाद बस्तर से होने जा रहा है। चुनावी बिसात बिछने लगी है।

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