रायपुरः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनावी साल में मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर दिया है। उन्होंने इसे भरोसे का बजट नाम दिया। इस बजट में बेरोजगारों को 2500 रुपए प्रतिमाह भत्ता, CM कन्या विवाह सहायता राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपए करने, किसान न्याय योजना के लिए 6, 800 करोड़ और PM ग्रामीण आवास के लिए 3, 238 करोड़ के प्रावधान किए गए हैं। इसके साथ ही कर्मचारियों, शिक्षा, चिकित्सा, खेल और संस्कृति पर भी खास जोर दिया गया है। कमोबेश हर वर्ग को बजट के जरिए खुश करने की कोशिश की गई है।
हालांकि बीजेपी को ये बजट बिलकुल पसंद नहीं आया। बीजेपी ने इसे जनता की अपेक्षा और इच्छा के विपरीत घोर निराशाजनक और दिशाहीन बजट करार दिया।
बजट में मानदेय बढ़ाने की घोषणा पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, ग्राम पटेलों, मितानिनों, रसोइयों और होमगार्ड्स ने जश्न मनाया तो दूसरी ओर कई कर्मचारी संगठन नियमितीकरण और वेतन विसंगति पर कोई घोषणा नहीं होने को लेकर नाराज हैं। करीब 7 महीने बाद सरकार को चुनावी मैदान में उतरना है, जहां असली परीक्षा होगी और तब पता चलेगा कि भरोसे का ये बजट जनता का कितना भरोसा जीत पाई।
खबर पूर्व महापौर गोलीबारी
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