रायपुर: Chhattisgarh Congress Fixed Target छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में अब महज 20 महीने बचे हैं। चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ती जा रही है। बीजेपी जहां बस्तर और सरगुजा में अपनी खोई हुई सीटों को वापस पाने में जुटी है, तो सत्तारूढ़ कांग्रेस मध्य छत्तीसगढ़ यानी बिलासपुर संभाग में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की रणनीति बना रही है।
Chhattisgarh Congress Fixed Target दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 साल सत्ता में काबिज बीजेपी को 14 सीटों पर समेटने वाली कांग्रेस को मैदानी क्षेत्रों में वैसी सफलता नहीं मिली। जैसा कि सरगुजा और बस्तर में नतीजा रहा बिलासपुर में कांग्रेस के लिए बीजेपी के साथ-साथ JCCJ और बसपा से भी चुनौती मिलनी तय है। इसलिए इस बार कांग्रेस कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती।
गौरेला पेंड्रा मरवाही, सक्ती और सारंगढ़ को अलग जिला बनाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहली ही इसकी शरुआत कर चुके हैं। वहीं डिजिटल और मैनुअल सदस्यता अभियान चलाकर संगठन नए सदस्य बनाने में जुटा है। 25 फरवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर दौरे पर रहेंगे।
इस दौरान वो बिलासपुर की जनता को कई सौगातें भी देंगे। यही वजह है कि सीएम का बिलासपुर दौरा काफी अहम माना जा रहा है। क्या है दौरे के सियासी मायने? छत्तीसगढ़ की राजनीति में बिलासपुर संभाग क्यों है बेहद अहम? और क्या कांग्रेस ने आगामी चुनाव को लेकर अपना टारगेट फिक्स कर लिया है?