Chhattisgarh Mausam: आखिरकार छत्तीसगढ़ में भी हो गई मानसून की एंट्री, 13 दिन पहले ही पहुंचा बस्तर, इन 29 जिलों के लिए मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

आखिरकार छत्तीसगढ़ में भी हो गई मानसून की एंट्री, 13 दिन पहले ही पहुंचा बस्तर, Chhattisgarh Mausam: Monsoon enters Chhattisgarh from Dantewada district

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  • Publish Date - May 28, 2025 / 06:37 PM IST,
    Updated On - May 28, 2025 / 06:37 PM IST
HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ में मानसून 13 दिन पहले पहुंचा, सामान्य से बहुत जल्दी।
  • 29 जिलों में IMD ने बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया, कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट।
  • नौतपा के दौरान मानसून की एंट्री, 30 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ।

रायपुरः Chhattisgarh Mausam: अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में अनुकूल स्थितियों से मजबूती लेकर मानसून बहुत तेजी से उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है। पिछले हफ्ते मौसम विभाग ने बताया कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून 24 मई को केरल में शुरू हो गया, जो सामान्य समय से लगभग एक हफ्ता पहले है। 1975 के बाद केरल में सबसे जल्दी मानसून 19 मई 1990 को आया था, जो 13 दिन पहले था। छत्तीसगढ़ में भई मानसून की एंट्री हो गई है। आमतौर पर 8 जून के आसपास पहुंचने वाला मानसून इस बार 28 मई को ही दंतेवाड़ा को पार कर गया है।मौसम विभाग ने इसकी पुष्टि की है।

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Chhattisgarh Mausam: मौसम विभाग ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब नौतपा में मानसून आया है। पिछले 30 सालों में प्रदेश में मानसून पहुंचने की सामान्य तारीख 15 जून है। पिछले साल 7 जून को बस्तर में मानसून आया था। लेकिन इस बार मानसून ने नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। मौसम विभाग के मुताबिक आसमान पर बादल छाए रहेंगे। गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। नौतपा के चौथे दिन भी बारिश से अधिकतम तापमान में गिरावट है। भीषण गर्मी तो नहीं है, लेकिन उमस ने परेशानी बढ़ा दी है।

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बारिश को लेकर अलर्ट जारी

आईएमडी ने छत्तीसगढ़ के 29 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें से कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जिसमें तेज बारिश, गरज-चमक, बिजली गिरने और 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इन जिलों में शामिल हैं। सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, राजनांदगांव, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली। वहीं येलो अलर्ट उन जिलों के लिए जारी किया गया है जहां मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। धमतरी, बालोद, गरियाबंद, महासमुंद, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा मरवाही, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर।

छत्तीसगढ़ में मानसून कब पहुंचा?

28 मई 2025 को बस्तर क्षेत्र में मानसून ने दस्तक दी है, जो सामान्य से लगभग 13 दिन पहले है।

कौन-कौन से जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है?

बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग सहित कुल 15 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मानसून के जल्दी पहुंचने से क्या असर होगा?

खेती की तैयारी जल्दी शुरू हो सकती है, तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन शुरुआती बारिश से उमस और बिजली गिरने का खतरा भी बढ़ सकता है।

क्या नौतपा में मानसून का आना सामान्य है?

नहीं, यह असामान्य है। पहली बार नौतपा के दौरान मानसून की एंट्री हुई है।

बारिश और तूफान की कितनी गति रहने की संभावना है?

कुछ जिलों में 40 किमी/घंटा तक की हवाएं चल सकती हैं, साथ में बिजली गिरने की संभावना भी है।