छत्तीसगढ़ : जूडो में शानदार प्रदर्शन करने वाली योगिता को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुस्कार

छत्तीसगढ़ : जूडो में शानदार प्रदर्शन करने वाली योगिता को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुस्कार

छत्तीसगढ़ : जूडो में शानदार प्रदर्शन करने वाली योगिता को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुस्कार
Modified Date: December 26, 2025 / 06:29 pm IST
Published Date: December 26, 2025 6:29 pm IST

कोंडागांव, 26 दिसंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के कोंडागांव जिले की बालिका योगिता मंडावी को प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि लगभग चार वर्ष की उम्र में माता—पिता की मृत्यु के बाद छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बालिका गृह में पली-बढ़ी योगिता ने लगभग 10 वर्ष की उम्र से जूडो खेल में शानदार प्रदर्शन किया है।

योगिता को उनकी उल्लेखनीय खेल उपलब्धियों के लिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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अधिकारियों ने बताया कि नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने योगिता मंडावी को यह राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया। अधिकारियों ने बताया कि समारोह में देशभर से चयनित प्रतिभाशाली बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे खेल, नवाचार, सामाजिक सेवा, कला एवं संस्कृति आदि में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2011 को राज्य के कोंडागांव जिले के फरसगांव विकासखंड के हिर्री गांव में जन्मी योगिता जब चार साल की थीं, तब उनके माता-पिता की मृत्यु हो गई, इसके बाद वह अपने चाचा-चाची के संरक्षण में रहने लगीं।

अधिकारियों ने बताया कि देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए 25 जनवरी 2021 को जिला प्रशासन ने योगिता को कोंडागांव स्थित छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद के बाल गृह में प्रवेश दिलाया।

अधिकारियों ने बताया कि योगिता फिलहाल स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय, तहसील पारा कोंडागांव में नवमी कक्षा की छात्रा हैं।

उन्होंने कहा कि बालगृह में आने के बाद योगिता के जीवन को नयी दिशा मिली।

अधिकारियों ने बताया कि मात्र 10 वर्ष की आयु में उसने जूडो खेलना शुरू किया और कड़ी मेहनत व अनुशासन के बल पर बहुत कम समय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

उन्होंने कहा कि एक वर्ष में ही उन्होंने राज्य स्तर पर पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।

अधिकारियों के अनुसार योगिता ने वर्ष 2024 में राज्य के दुर्ग में आयोजित राज्य स्तरीय शालेय जूडो प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया, इसके अलावा खेलो इंडिया क्षेत्रीय प्रतियोगिता 2024 (नासिक) में रजत पदक तथा खेलो इंडिया राष्ट्रीय जूडो प्रतियोगिता 2024 (केरल) में भी रजत पदक जीता।

अधिकारियों ने कहा कि वर्ष 2025 में राज्य स्तरीय ओपन जूडो और राज्य स्तरीय शालेय प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया, वहीं राष्ट्रीय ओपन जूडो प्रतियोगिता 2025 (हैदराबाद) में कांस्य पदक प्राप्त कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन किया।

अधिकारियों ने बताया कि मात्र 14 वर्ष की आयु में योगिता एक राष्ट्रीय स्तर की जूडो खिलाड़ी हैं और फिलहाल भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, भोपाल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने योगिता मंडावी की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है तथा कहा है कि प्रतिभाशाली बच्चों की सफलता से नयी पीढ़ी को आगे बढ़ने और अपने सपनों को साकार करने की प्रेरणा मिलती है।

अधिकारियों के अनुसार साय ने कहा है, ”योगिता की उपलब्धि न केवल छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है, बल्कि बालिका गृह एवं बाल कल्याण संस्थाओं में रह रहे बच्चों के लिए प्रेरणा का सशक्त स्रोत भी है। उन्होंने यह साबित किया है कि संसाधनों की सीमाएं नहीं, बल्कि सपनों के प्रति लगन और परिश्रम ही सफलता का वास्तविक आधार है।”

भाषा सं संजीव जोहेब

जोहेब


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