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शह मात The Big Debate: युवा नेता.. सत्ता की रेस, भारी न पड़े क्रिमिनल केस! छत्तीसगढ़ यूथ लीडरों पर लग रहे गंभीर आरोप, क्या कोई सियासी रंजिश है इसके पीछे?
युवा नेता.. सत्ता की रेस, भारी न पड़े क्रिमिनल केस! Chhattisgarh youth leaders are facing serious allegations
Publish Date - October 7, 2025 / 11:51 PM IST,
Updated On - October 8, 2025 / 12:13 AM IST
रायपुरःपार्टियों के युवा नेताकिसी भी पार्टी की ताकत उसके कार्यकर्ता, उसकी यूथ विंग होती है। छात्र नेताओं से उम्मीद की जाती है कि वो छात्रों के हक लिए लड़कर, समाधान देंगे लेकिन अफसोस कि आज पक्ष-विपक्ष में इस बात पर बहस छिड़ी है कि किस खेमें के युवा नेता ज्यादा दागदार हैं। किस यूथ विंग में नेताओं पर ज्यादा क्रिमिनलकेसेज दर्ज हैं। NSUI ने सरकार को कानून व्यवस्था पर घेरने प्रदर्शन शुरू किया। NSUI कार्यकर्ताओं ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में गृह मंत्री विजय शर्मा के बंगले का घेराव करने की कोशिश की पुलिस ने इन्हें ओसीएम चौक के पास रोक लिया। इसके पहले NSUI कार्यकर्ता दो बैरिकेट्स तोड़कर OCM तक पहुंचे थे। इसके पहले कांग्रेस भवन में एनएसयूआई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें एसबीआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ की जा रही पुलिस कार्यवाही के विरोध में लड़ाई लड़ते रहने का निर्णय लिया गया। NSUI ने आरोप लगाया की पूरे देश में उन पर झूठे मुकदमे दर्ज हो रहे हैं वहीं इसे लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत भी खूब गरमाई।
छत्तीसगढ़ में बढते अपराध पर अक्सर विपक्ष, सड़क पर उतरकर बीजेपी सरकार को घेरता रहा है। अब आपराधिक घटनाओं में कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता पर भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। दरअसल, कांग्रेस की छात्र इकाई, NSUI के नेता-कार्यकर्ता रायपुर में गृह मंत्री के बंगले के घेराव का लिए निकले तो प्रदेश के गृहमंत्री ने कांग्रेस को आईना दिखाते हुए, तंज कसा कि रेत माफिया से वसूली से लेकर डकैती तक, कांग्रेस नेताओं का नाम सामने आए हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस भी मुद्दे पर आक्रामक तौर पर पलटवार कर रही है। कांग्रेस ने BJYM प्रदेश अध्यक्ष राहुल टिकरिहा पर लगे गंभीर आरोप याद दिलाते हुए कटाक्ष किया कि सरकार कानून व्यवस्था बनाए ना की नए-नए बहाने। ये सही है कि नेताओं पर अक्सर सियासी रंजिश में आरोप लगते हैं, केस दर्ज होते हैं लेकिन सामान्य धरना-प्रदर्शन, झूमाझटकी से इतर छात्र नेता और युवा विंग के नेता रेत चोरी, कमीशन खोरी, अवैध संबंध, डकैती, धमकी जैसे संगीन अपराधों में लिप्त नजर आएंगे तो क्या प्रदेश के छात्र, युवा और आमजन इनसे अपने मुद्दों पर संघर्ष और समाधान की उम्मीद कर पाएगी ?