Chhattisgarh Mahtari Mandir: यहां स्थित है प्रदेश का पहला छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर, स्थापना दिवस पर दर्शन करने पहुंच रहे लोग
Chhattisgarh Mahtari Mandir: यहां स्थित है प्रदेश का पहला छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर, स्थापना दिवस पर दर्शन करने पहुंच रहे लोग
Chhattisgarh Mahtari Mandir: धमतरी। छत्तीसगढ़ को आज 24 साल पूरा हो गया। आज ही के दिन 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ प्रदेश की स्थापनाहुई थी। पूरा प्रदेश आज के दिन को हर्षौल्लास से मना रहा है। वहीं, धमतरी के कुरूद में प्रदेश का पहला छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर है, जहां लोग स्थापना दिवस के दिन दर्शन करने पहुंच रहे हैं। लेकिन दुर्भाग्य है कि आज छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर में धमतरी जिले के सफेद पोशाक नेता पहुंचना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।
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मंदिर में कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष नेहरू राम निषाद, तारणि नीलम चंद्राकर सहित कई दिग्गज जिले में निवास करते हैं, लेकिन वो इस मंदिर में नहीं पहुंचे। आज के दिन भी छत्तीसगढ़ महतारी अपने लाल को देखने तरस गई। सुने मंदिर पुजारी की राह देखते रहे हैं। लेकिन, ना नेता पहुंचे न ही मंदिर के संस्थापक मंदिर पहुंचे। दरअसल, 1995 में पूर्व विधायक गुरु मुख सिंह होरा ने कुरूद में छत्तीसगढ़ महतारी मन्दिर निर्माण का संकल्प लेकर 1996 में मंदिर का निर्माण कराया और छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा करवाया, तब से लेकर आज तक कुरूद के इस मंदिर में नवरात्रि में भक्तों का ताता लगता है।
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मध्य प्रदेश शासन काल में बना ये मंदिर छत्तीसगढ़ प्रदेश बनने के बाद प्रसिद्ध हुआ, जिसकी हूब-हु प्रतिमा पूर्ववर्ती सरकार ने हर जिला ओर अन्य जगहों पर स्थान दिलाया। आज छत्तीसगढ़ प्रदेश में छत्तीसगढ़ महतारी के स्वरूप को प्रदेश के लोग जान पहचान रहे हैं वो इसी मंदिर की प्रतिमा की परिकल्पना है।

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