आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के बीच विवाद, शिक्षक नेता ने दिया ऐसा बयान, मचा बवाल
workers’ strike : रायपुर- राज्य में सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों की पांच दिवसीय हड़ताल सोमवार से शुरू हो गई है। सभी ने अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर यह हड़ताल की है। उनकी पहली मांग है कि केंद्रीय कर्मियों के जैसा 43 प्रतिशत मंहगाई भत्ता और ग्रह भाड़ा मिलना चाहिए। इस आंदोलन को एक नया नाम दिया गया है जिसका नाम “कलमबंद कामबंद हड़ताल” है। कर्मचारियों की यह हड़ताल 25 जुलाई से 29 जुलाई तक चलेगी। वहीं अगर देखा जाए तो कर्मचारियों की इस हड़ताल से सरकारी कामकाज पर बुरी तरह से प्रभाव पड़ रहा है। वहीं आंदोलन के बीच शिक्षक नेता के विवादित बयान से माहौल गर्मा गया और शासकीय कर्मचारियों के आपस में भी कहा सुनी हो गई इतना ही नहीं विवाद तेज होकर आपस में खींचातानी होने लगी। वहीं बताया गया है कि नाराज होकर सभी लिपिक कर्मचारी कार्यक्रम स्थल से चले गए। आंदोलन का पक्ष रखते हुए राज्य के कर्मचारी अधिकारी जिला संयोजक ने विवाद पर बयान देतेे हुए कहा कि यहां पर सब सही है। हम सभी के बीच कोई मतभेद नहीं सभी लोग एक साथ समर्थन कर रहे है। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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workers’ strike : वहीं कर्मचारियों का कहना है कि आंदोलन किसी भी हालत में बंद नहीं होगा। वहीं 29 जुलाई को कर्मचारी और अधिकारी महारैली निकालेंगे और मुख्यमंत्री नाम पर ज्ञापन जिला न्यायाधीश को ज्ञापन सौंपा जाएगा। वहीं देखा जाए तो इस आंदोलन के चलते न तो राजस्व विभाग में कोई भी पेशी होगी और न तो कोई कार्य किया जाएगा। इसके अलावा शासकीय स्कूल भी बंद रहेंगे। कर्मचारियों का यह आंदोलन कोंडागांव के चौपाटी मैदान में किया जा रहा है।
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