Reported By: Komal Dhanesar
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भिलाई: छत्तीसगढ़ के भिलाई से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के एक आरक्षक पर एक महिला ने शारीरिक शोषण और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। घटना के बाद महिला ने छत्तीसगढ़ बजरंग दल के युवाओं से संपर्क किया। बुधवार सुबह करीब 11 बजे से हिंदूवादी संगठन के सदस्यों ने महिला के साथ मिलकर थाने के बाहर हंगामा किया और आरक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। महिला की शिकायत के बाद एसएसपी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरक्षक अरविंद मेधे को निलंबित कर दिया। डीएसपी भारती मरकाम को मामले की जांच कर सात दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
Bhilai News मिली जानकारी के अनुसार महिला के बेटे के खिलाफ कुछ दिन पहले पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। अपने बेटे को छुड़ाने के लिए उसने भिलाई थाने में तैनात आरक्षक अरविंद मेधे से मदद मांगी। आरक्षक ने उसका फोन नंबर लिया और उसे अपना नंबर दिया। आरक्षक ने महिला को फोन करके सिरसा गेट के पास मिलने के लिए कहा फिर महिला उससे मिलने गई। आरक्षक उसे अपनी दुपहिया गाड़ी पर बिठाकर एक सुनसान जगह पर ले गया ,जहां उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कही और महिला ने पीरिड्स चलने की बात कही तो वह उसके सीने से लेकर प्राइवेट पार्ट में हाथ लगाने लगा।
Bhilai News इस घटना से वह बहुत असहज हो गई और बजरंग दल को इसकी सूचना दी। बुधवार की सुबह बजरंग दल के सदस्यों ने थाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख और थाने को घेरते हुए थाना प्रभारी अंबर सिंह ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। एएसपी पद्मश्री तंवर पहुँचीं और पीड़िता का बयान दर्ज करने के कुछ घंटों बाद, एफआईआर दर्ज की गई। साथ ही आरक्षक को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
Bhilai News जिला संयोजक पुष्पराज और हिंदूवादी संगठन की ज्योति शर्मा ने कहा कि लोग वर्दी पर भरोसा करते हैं और यह समझना मुश्किल है कि इसके नीचे कितने दरिंदे छिपे हैं। उन्होंने कहा कि अगर महिला को मासिक धर्म नहीं होता तो उसकी इज्जत तार-तार हो जाती। उन्होंने कहा कि एक मां अपने बेटे की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, लेकिन एक पुलिस अधिकारी का ऐसा व्यवहार अच्छी पुलिसिंग पर गंभीर सवाल उठाता है।