Durg Digital Arrest: 79 साल की बुजुर्ग महिला बनी डिजिटल अरेस्ट की शिकार, CBI अफसर बनकर ठग लिए 22 लाख रुपए

Durg Digital Arrest: 79 साल की बुजुर्ग महिला बनी डिजिटल अरेस्ट की शिकार, CBI अफसर बनकर ठग लिए 22 लाख रुपए

  • Reported By: Akash Rao

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  • Publish Date - July 5, 2025 / 02:36 PM IST,
    Updated On - July 5, 2025 / 02:36 PM IST

Durg Digital Arrest | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • दुर्ग में डिजिटल अरेस्ट का मामला,
  • बुजुर्ग महिला बनी डिजिटल अरेस्ट की शिकार,
  • CBI अफसर बनकर ठग लिए 22 लाख रुपए,

दुर्ग: Durg Digital Arrest:  जिले में एक बार फिर से डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है।इस बार सायबर फ्राड ने एक बुजुर्ग महिला को अपना शिकार बनाया है। सायबर फ्राड ने मुंबई से अज्ञात फोन नंबर के द्वारा अपने आपको CBI का अधिकारी बताकर बुजुर्ग महिला को हवाला का डर दिखाया गया।

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Durg Digital Arrest:  महिला को फोन से बताया गया की किसी ने उसके खाते में आधार कार्ड के जरिए 6 करोड 80 लाख रुपए जमा किए है। इस संबंध में उसे पुलिस गिरफ्तार करेगी।उसे जांच के लिए मुम्बई आना होगा।इसके कुछ देर बाद वीडियो कॉल के जरिए पुलिस की वर्दी पहने व्यक्ति से बात कराई गई। गिरफ्तारी से बचने के एवज में बुजुर्ग महिला ने 22 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।

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Durg Digital Arrest: न्यू आदर्श नगर दुर्ग निवासी 79 वर्षीय सुभाषीनी जैम्स से दूसरे दिन फिर से रुपए की मांग की गई।तब उसे अहसास हुआ की उसके साथ ठगी हुई है।इसके बाद उसने पदमनाभपुर थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई ।और अब पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट का मामला दर्ज कर अपनी जांच को शुरू कर दिया है।

"डिजिटल अरेस्ट" क्या होता है?

"डिजिटल अरेस्ट" एक साइबर फ्रॉड तकनीक है जिसमें ठग खुद को पुलिस या CBI अधिकारी बताकर लोगों को धमकाते हैं कि उनके बैंक खाते में अवैध लेन-देन हुआ है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

"डिजिटल अरेस्ट" में ठग किस तरीके से विश्वास दिलाते हैं?

वे आमतौर पर वीडियो कॉल पर पुलिस की वर्दी में नजर आते हैं, नकली दस्तावेज़ और केस नंबर भेजते हैं और कानूनी डर दिखाकर पैसे मांगते हैं।

"डिजिटल अरेस्ट" से बचने के लिए क्या करें?

किसी भी अनजान कॉल पर विश्वास न करें, पैसे ट्रांसफर न करें, तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर सेल को सूचना दें।

क्या "डिजिटल अरेस्ट" का मामला कानूनी रूप से दर्ज किया जा सकता है?

हां, यह एक गंभीर साइबर क्राइम है और इसके खिलाफ आईटी एक्ट और IPC की धाराओं में मामला दर्ज किया जा सकता है।

"डिजिटल अरेस्ट" से संबंधित शिकायत कहाँ दर्ज करें?

आप अपने नजदीकी थाने या साइबर क्राइम सेल में जाकर या www.cybercrime.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।