Publish Date - May 28, 2025 / 07:52 PM IST,
Updated On - May 28, 2025 / 07:52 PM IST
Durg STF Raid | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
विदेशी नागरिकों के विरुद्ध पुलिस का सघन जांच अभियान,
दुर्ग पुलिस ने ठोस कदम उठाते हुए STF का गठन भी किया,
कुल 474 लोगों की जांच,103 लोगों को संदिग्ध की श्रेणी में रखा गया,
दुर्ग: Durg STF Raid: दुर्ग जिले में अवैध रूप से निवास कर रहे विदेशी नागरिकों के विरुद्ध पुलिस का सघन जांच अभियान लगातार जारी है। इस दिशा में दुर्ग पुलिस ने ठोस कदम उठाते हुए STF का गठन भी किया है। लगभग एक महीने से चल रही इस व्यापक कार्रवाई के तहत सोमवार को छावनी, भिलाई नगर एवं पाटन सबडिविजन में व्यापक स्तर पर सर्चिंग अभियान चलाया गया।
Durg STF Raid: इस अभियान के दौरान कुल 474 लोगों की जांच की गई जिनमें से 103 लोगों को संदिग्ध की श्रेणी में रखा गया है। इन संदिग्धों के पास पहचान से संबंधित वैध दस्तावेज नहीं पाए गए जिसके चलते पुलिस ने इनका फिंगरप्रिंट लिया है। अब पुलिस फिंगरप्रिंट के माध्यम से उनकी वास्तविक पहचान और नागरिकता की पुष्टि करने में जुटी है।
Durg STF Raid: सघन जांच के तहत पुलिस ने छावनी क्षेत्र के फैक्ट्री लकड़ी टाल, ट्रांसपोर्ट नगर हथखोज और भीड़भाड़ वाले इलाकों में दबिश दी। वहीं भिलाई सबडिविजन के कांट्रैक्टर कॉलोनी, पुरानी बस्ती, पाटन क्षेत्र के डूमरडीह, महका कला, और उतई गांवों में भी गहन जांच की गई। इस दौरान विशेष रूप से किराए के मकानों में रहने वाले किरायेदारों की जांच पर जोर दिया गया।
Durg STF Raid: एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि जिन 103 लोगों को संदिग्ध सूची में शामिल किया गया है, उनके दस्तावेज और फिंगरप्रिंट का मिलान नहीं हो पाया है। इन सभी लोगों को नोटिस जारी करते हुए वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जब तक उनका सत्यापन पूरा नहीं हो जाता वे जिले की सीमा से बाहर न जाएं।
दुर्ग जिले में "अवैध विदेशी नागरिक" की पहचान कैसे की जा रही है?
दुर्ग पुलिस द्वारा विशेष जांच अभियान के तहत लोगों की पहचान उनके दस्तावेज और फिंगरप्रिंट के आधार पर की जा रही है। जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें संदिग्ध की श्रेणी में रखा गया है।
"अवैध विदेशी नागरिक" पाए जाने पर पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है?
पुलिस संदिग्धों से दस्तावेज मांगती है और उनका सत्यापन पूरा होने तक उन्हें जिले की सीमा छोड़ने से मना किया गया है। दस्तावेज सत्यापित न होने की स्थिति में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या "अवैध विदेशी नागरिक" की जांच केवल किराएदारों तक सीमित है?
नहीं, जांच उन सभी लोगों पर केंद्रित है जिनकी नागरिकता संदिग्ध लग रही है, लेकिन किराए के मकानों में रहने वालों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
"अवैध विदेशी नागरिक" के खिलाफ जांच में आम नागरिकों को क्या करना चाहिए?
अगर किसी व्यक्ति को लगता है कि उनके आसपास कोई संदिग्ध रूप से रह रहा है या बिना दस्तावेजों के रह रहा है, तो उसे तुरंत पुलिस को सूचना देनी चाहिए।
दुर्ग पुलिस "अवैध विदेशी नागरिक" की जांच के लिए कौन-कौन से क्षेत्र कवर कर रही है?
जांच छावनी, भिलाई नगर, पाटन सबडिविजन और आसपास के गांवों जैसे डूमरडीह, महका कला, उतई आदि में की जा रही है।