Durg News: दुर्ग में पकड़ाया इंटरनेशनल ऑनलाइन ठग गिरोह, यूएस और कनाडा के लोगों को फंसाते थे जाल में, दो महिला समेत 9 गिरफ्तार

International online fraud gang caught in Durg: दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि दुर्ग के भिलाई के चौहान टाउन के फ्लैट नंबर B2 में एक अंतरराष्ट्रीय ठगों का गिरोह संचालित हो रहा था।

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  • Publish Date - July 6, 2025 / 09:18 PM IST,
    Updated On - July 6, 2025 / 09:18 PM IST
HIGHLIGHTS
  • चौहान टाउन के B2 फ्लैट में छापा मार कार्यवाही
  • फर्जी इंटरनेशनल मोबाइल नंबर का प्रयोग

दुर्ग: International online fraud gang caught in Durg, दुर्ग पुलिस ने इंटरनेशनल ऑनलाइन ठग गिरोह को गिरफ्तार किया है। जिसमें सात पुरुष सहित दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है । ये सभी यूएस और कनाडा के लोगों को जाल में फंसा कर उनसे हजारों डॉलर की ठगी किया करते थे।

दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि दुर्ग के भिलाई के चौहान टाउन के फ्लैट नंबर B2 में एक अंतरराष्ट्रीय ठगों का गिरोह संचालित हो रहा था। जिसकी सूचना पुलिस को मिली इसके बाद पुलिस ने फौरन एक टास्क टीम बनाकर चौहान टाउन के B2 फ्लैट में छापा मार कार्यवाही की। जिसमें 7 पुरुष और दो महिलाएं मौके से गिरफ्त में ली गई। सभी से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना जुर्म कबूल करते हुए ठगी का तरीका भी बताया। वहीं आरोपियों का मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा एक होटल में रुका हुआ था। जिसे आरोपियों की निशान देही पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

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फर्जी इंटरनेशनल मोबाइल नंबर का प्रयोग

International online fraud gang caught in Durg, बता दें कि दुर्ग पुलिस को इस छापेमारी के दौरान फर्जी इंटरनेशनल मोबाइल नंबर के माध्यम से यूएसए और कनाडा के नागरिकों के मोबाइल और कंप्यूटर में वायरस बग भेज कर वायरस को हटाने के लिए टेलीग्राम ग्रुप का उपयोग किया जाता था। जिसमें लोगों को वायरस हटाने के लिए उन्हें जाल में फंसाया जाता और 80 से लेकर 200 डॉलर तक ऐंठ लिए जाते थे।

ठगों द्वारा यह सभी डॉलर ई वॉलेट में लिए जाते थे। ई वॉलेट में डॉलर आने के बाद उसे क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से अर्जुन शर्मा के अकाउंट मे भेजा जाता था। इसके एवज में अर्जुन शर्मा कस्टमर केयर में काम करने वाले सभी लोगों को 25 से 30 हजार रुपए सैलरी दिया करता था। तो वहीं आरोपियों ने अब तक यूएसए और कनाडा के सैकड़ो लोगों को इसी तरह अपने जाल में फंसा कर उनसे करोड़ों रुपए ऐंठ चुके हैं।

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सभी आरोपी मेघालय शिलांग बिहार के रहने वाले हैं। वहीं आरोपियों के पास से 12 कंपनियों के लैपटॉप 14 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल इंटरनेट वाई-फाई राउटर दर्जनो बैंकों के अकाउंट डिटेल पासबुक और एटीएम, क्रेडिट कार्ड भी बरामद किए गए। फिलहाल इस पूरे मामले पर दुर्ग पुलिस को 3 लाख 38 हजार नगद सहित लाखों रुपए के सामान बरामद किए गए हैं। तो वहीं अब इस पूरे मामले पर दुर्ग पुलिस गिरोह के सरगना तक पहुंचने पतासाजी कर रही है।

दुर्ग में पकड़े गए इस ऑनलाइन ठग गिरोह का क्या काम करने का तरीका था?

उत्तर: यह गिरोह अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को फर्जी इंटरनेशनल मोबाइल नंबर से संपर्क कर उनके मोबाइल या कंप्यूटर में वायरस भेजते थे। फिर वायरस हटाने के नाम पर टेलीग्राम ग्रुप के जरिए उनसे 80 से 200 डॉलर तक की ठगी करते थे।

इस गिरोह का सरगना कौन है और उसे कहाँ से गिरफ्तार किया गया?

उत्तर: गिरोह का मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा है, जिसे एक होटल से गिरफ्तार किया गया। वह ई-वॉलेट के जरिए ठगे गए डॉलर को क्रिप्टोकरंसी में बदल कर अपने अकाउंट में मंगवाता था।

इस गिरोह में कितने लोग शामिल थे और उनकी पृष्ठभूमि क्या है?

उत्तर: कुल 9 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं — जिनमें 7 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। सभी आरोपी मेघालय, शिलांग और बिहार के रहने वाले हैं।